
मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद । नक्सलियों के खिलाफ चलाएं जा रहे विशेष अभियान के फलस्वरूप एसटीएफ और औरंगाबाद पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने 28 वर्षों से फरार चल रहे कई कांडों में वांछित व कुख्यात नक्सली अर्जुन पासवान को गिरफ्तार किया है। आरोपी पुलिस की डर से लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था, लेकिन पुलिस के बिछाए जाल में आखिरकार फंस ही गया। उसे बंदेया थाना क्षेत्र के गांगटी मोड़ से गिरफ्तार किया गया हैं। अर्जुन थाना क्षेत्र के ही चपरा का रहने वाला हैं। इसका अपराधिक इतिहास रहा हैं। औरंगाबाद और गया जिले के विभिन्न थानों में वांछित और कुख्यात अपराधी हैं। पुलिस अधीक्षक अम्बरीश राहुल ने आज प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि औरंगाबाद जिला को अपराध एवं नक्सल मुक्त क्षेत्र बनाने के उद्देश्य से लगातार एसटीएफ के साथ सामंजस्य स्थापित कर कई अभियान चलाएं जा रहे है। इसी अभियान के तहत औरंगाबाद जिला अंतर्गत विभिन्न नक्सली कांडों में संलिप्त तथा 28 वर्षों से फरार चल रहे नक्सली अर्जुन पासवान की गिरफ्तारी हेतु औरंगाबाद पुलिस एवं एसटीएफ की संयुक्त विशेष टीम का गठन कर तकनीकी एवं ह्यूमन इन्टेलीजेंस से प्राप्त सूचना के अधार पर लगातार छापामारी की जा रही थी। इसी क्रम में सूचना के आधार पर शनिवार की शाम गंगटी मोड़ पर घेराबंदी करते हुए, इसे पकड़ा गया। पूछताछ में उसने अपना अपराध स्वीकार किया हैं। उन्होंने बताया कि औरंगाबाद पुलिस एवं एसटीएफ के द्वारा किये गये संयुक्त कार्रवाई से नक्सलियों का मनोबल काफी गिरा हुआ है। नक्सली गतिविधि पर अंकुश लगाएं जाने हेतु छापामारी अभियान जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि इसके खिलाफ औरंगाबाद जिले के गोह में तीन, बंदेया में दो एवं गया जिले के गुरारू थाना में एक आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसके अलावा गया जिले के अनुमंडलीय न्यायालय शेरघाटी से वारंट निर्गत किया गया हैं। आवश्यक कार्रवाई के बाद कुख्यात नक्सली को जेल भेज दिया गया। इस कार्रवाई में बंदेया थानाध्यक्ष सूरज कुमार, एसआई कृष्णा राय सहित अन्य पुलिस बल शामिल थे।