
मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। बिहार सरकार के पुर्व सहकारिता मंत्री रामाधार सिंह ने सैकड़ो किसानों एवं मजदूर के साथ बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया। पूर्व मंत्री ने विद्युत और सिंचाई विभाग पर मनमानी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि शिकायत करने पर भी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे। विभाग में पूरी तरह से भ्रष्टाचार चरम सीमा पार कर चुका है, जिसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन दिनों विभागों की मनमानी से किसानों को काफ़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। दीनदयाल विद्युतीकरण के तहत विद्युत विभाग के माध्यम से बड़े पैमाने पर तार-पोल का निर्माण किया गया है, लेकिन इसमें बड़े पैमाने पर घोटाले भी किए गए हैं। विभाग केन्द्र और राज्य सरकार को बदनाम करना चाहती हैं। 33 हजार पोल और 11000 पोल पर जो पिन और डिश लगाया गया है। वह काफ़ी कमज़ोर है। थोड़ी सी बारिश होने के बाद विद्युत ठप हो जाती है। वैसे विभाग द्वारा कई विद्युत उपकरण लगाए गए हैं जो गुणवत्ता युक्त नहीं है। यदि मामले की जांच हो तो आलाधिकारियों द्वारा बड़ी घोटाले समाने आयेंगे। साथ ही पुर्व मंत्री ने आलाधिकारियों के संपत्ति की जांच की हैं। उन्होंने कहा कि स्मार्ट मीटर से लोगों को पहले के अपेक्षा तीन गुना अधिक विद्युत बिल का भुगतान करना पड़ रहा हैं। इस अनैतिक व्यवहार को लेकर लोगो में आक्रोश है। फिलहाल 33 हज़ार विद्युत का डिश और पीन औरंगाबाद से फेसर, फेसर से सोखया, रफीगंज से उचौली, औरंगाबाद से सिलाड़, सिलाड़ से अंबा, बारुण से बड़ेम, नवीनगर से माली, गोह से रफीगंज तथा अन्य जगहों पर डिश एवं पिन खराब है। इसके कारण विद्युत उपभोक्ताओं एवं किसानों को समय पर विद्युत नहीं मिल रही है। सर्व प्रथम यह आक्रोश मार्च औरंगाबाद के ऐतिहासिक गांधी मैदान से निकाला और मुख्य बाजार होते हुए रमेश चौक, समाहरणालय एवं कर्मा रोड स्थित साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के विद्युत उप केन्द्र पहुंचा। जहां आक्रोश मार्च सभा में तब्दील हो गई। इस दौरान भाजपा नेता राम केवल सिंह, विनोद सिंह सहित बड़ी संख्या में किसान और मजदूर शामिल हुए।