
मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। राज्य में कृषि यांत्रीकरण को बढ़ावा देने के लिए जिला स्तरीय दो दिवसीय कृषि यांत्रीकरण मेला जिला कृषि कार्यालय के परिसर में आयोजन किया गया है जिसका उद्घाटन जिला परिषद अध्यक्ष प्रमिला देवी , जिला कृषि पदाधिकारी राम ईश्वर प्रसाद एवं पौधा संरक्षण विभाग के सहायक निदेशक रॉकी रावत सहित अन्य के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया है। मेले के दौरान सभी स्टालों पर किसान यंत्र की खरीदारी करते नजर आए। जिला कृषि पदाधिकारी राम ईश्वर प्रसाद ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि यांत्रिकरण राज्य योजना 2024-25 अंतर्गत कृषि विभाग द्वारा राज्य में गुणवत्तापूर्ण आधुनिक कृषि यंत्रों पर अनुदान दिया जा रहा है। उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि हेतु कृषि यंत्रों का प्रयोग महत्वपूर्ण है। सरकार किसानों को सुदृढ़ करने के लिए कई योजनाएं चला रही है। योजना के माध्यम से किसानों को अनुदानित मूल्य पर कृषि विभाग के माध्यम से कृषि यंत्र मुहैया कराया जा रहा है। इसके अलावा किसानों को समय-समय पर खाद, बीज भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चलाए जा रही योजनाओं का जिले के किसान लाभ उठावें। इस मेले का नैतिक उद्देश्य पिछड़े क्षेत्र के किसानों को अत्याधुनिक कृषि तकनीक और उपकरण से अवगत कराया जाए, ताकि किसान कम लागत में अच्छी आमदनी प्राप्त कर सके। इस दौरान जिला कृषि पदाधिकारी ने मोटे अनाज की खेती पर जोर दिया। उन्होंने किसानों से कहा कि सिर्फ खाद्यान्न की उपज जैसे गेहूं, चावल पर ही आश्रित नहीं रहें। उन्होंने खासकर मोटे अनाज के उत्पादन पर फोकस करते हुए कहा कि मरुआ, सामा, कोदो, बाजरा, चीना के उत्पादन पर जोर दें। यह खाद्यान्न स्वास्थ्य और व्यवसाय के दृष्टिकोण से भी बेहतर है। पौधा संरक्षण विभाग के सहायक निदेशक रॉकी रावत ने बताया कि इस दो दिवसीय कृषि यांत्रिकीकरण मेला का मुख्य उदेश्य एक स्थान पर प्रमुख कृषि यंत्रों का प्रदर्शन कर इसके महत्वों से अवगत कराना है। उन्होंने किसानो को खरीफ मौसम में लगने वाले फसल की वैज्ञानिक जानकारी एवं फसल पर लगने वाले कीट व्याधी एवं उसके रोकथाम की जानकारी विस्तृत रूप से दी। मेले में मुकेश कुमार, सुमित कुमार, कृषि विभाग के पदाधिकारी, प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक, प्रखण्ड तकनिकी प्रबंधक, सहायक तकनिकी प्रबंधक एवं किसान सलाहकार उपस्थित थे।