विविध

किसान संघर्ष समिति ने बैठक का किया बहिष्कार, बैरंग लौटे भूअर्जन व एनएचआई के अधिकारी 

मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। भारतमाला परियोजना अंतर्गत बनने वाले ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के लिये आ रही भूमि अधिग्रहण में दिक्कतों को सुलझाने के लिये गुरुवार को आयोजित बैठक में किसानों के साथ कोई सहमति नहीं बन सकी। बता दें कि भूअर्जन पदाधिकारी सच्चिदानंद सुमन, एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अमित कुमार ओझा तथा नबीनगर, देव एवं कुटुम्बा के सीओ किसानों से मिलने कुटुम्बा पंचायत सरकार भवन में आये थे। इसके लिए पूर्व में ही कुटुम्बा एवं नवीनगर सीओ ने किसान संघर्ष समिति के जिला अध्यक्ष वीरेन्द्र पांडेय, सचिव रामाकांत पांडेय एवं समिति के प्रवक्ता भीम प्रताप सिह को फोन कर बैठक में आने का आग्रह किया था। इस बैठक की सूचना मिलने के बाद किसान संघर्ष समिति ने इसका बहिष्कार किया। हालांकि कुछ किसान बैठक में जरूर पहुंचे। इस दौरान अधिकारियों ने किसानों के किसी सवाल का उत्तर देने और अपनी तरफ से कोई मांग पूरा करने में असमर्थता दिखाई। बैठक में 10-12 किसान भी तब वहां पहुंचे जब अधिकारियों को अपनी गाड़ियां गांवों में भेजनी पड़ी। किसानों ने बैठक का बहिष्कार करते हुए उपस्थित पंजी पर अपना हस्ताक्षर बनाने से भी इंकार कर दिया। गौरतलब है कि एनएचएआई के द्बारा वाराणसी से कोलकाता ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे का निर्माण होना है और उसके लिये किसानों की जमीनें अधिग्रहित की जा रही है। किसान आरोप लगा रहे हैं कि केंद्र और राज्य सरकार हम किसानों के साथ इस प्रकार बेईमानी कर रही है मानों हम भारत नहीं पाकिस्तान के नागरिक हैं। बैठक में आये किसान कृष्णानंद पांडेय नें मीटिग का विरोध करते हुए बताया कि हमलोगों नें उचित मुआवजा को लेकर कई अधिकारियों से लेकर सांसद, विधायक व मंत्रियों तक को सैकड़ों आवेदन दिया पर किसी के कानों पर जूं तक नहीं रेंगा। अधिकारी व मंत्री हमारी किसी मांग को अभी तक पूरा नहीं कर सके हैं। इस स्थिति में किसान अपने जमीनों को किसी हाल में देने को तैयार नहीं हैं। किसान राज कुमार सिह नें दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस- वे का हवाला देते हुए बताया कि हरियाणा में सड़क किनारे की भूमि के बदले प्रति एकड़ एक करोड़ बेरासी लाख चालीस हजार तीन सौ बीस रु मिलता है जबकि बिहार के किसानों को लगभग तीस-बत्तीस लाख प्रति एकड़। श्री सिह नें कहा कि हमारी रोजी रोटी सरकार 2० फिट ऊपर बनने वाले उस सड़क के लिए छीन रही है जिसके बनने से हम किसानों को भविष्य में कोई फायदा नहीं होने वाला है। इस स्थिति में सारे किसान आर-पार की लड़ाई लड़ने के मूड में हैं। इस अवसर पर रामाकांत पांडेय रामपुर, विजय तिवारी, अजय तिवारी, कुटुम्बा मुखिया प्रतिनिधि चुनमुन सिह, कुटुम्बा सरपंच प्रतिनिधि राजेन्द्र ओझा आदि उपस्थित थे।

Back to top button
error: Content is protected !!

Adblock Detected

Please remove ad blocer