औरंगाबाद। औरंगाबाद जिले के नवीनगर प्रखंड के ठेंगा गांव में गुरूवार की अहले सुबह हाथियों ने खेत पटवन के दौरान तीन किसानों पर अचानक हमला बोल दिया जिसमें तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों की पहचान उस गांव निवासी रमेश सिंह, उमेश सिंह एवं सृंदा सिंह के रूप में की गई है। वहीं घटना के बाद मौके पर मौजूद लोगों द्वारा तीनों घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नबीनगर में भर्ती करवाया गया जहां प्राथमिक उपचार के पश्चात सदर अस्पताल औरंगाबाद लाया गया। इस दौरान चिकित्सकों के द्वारा सभी का इलाज़ किया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रात्रि में ये तीनों किसान अपनी खेत की पटवन कर रहे थे। इसके बाद देर रात्रि उसी स्थान पर एक आम की पेड़ के नीचे पुआल बिछाकर सो गए जिसमें अहले सुबह उस जगह एक हाथियों का झुंड आ पहुंची। हाथियों की आवाज सुनकर तीनों की नींद खुली और देखते ही देखते सभी को हाथियों ने अपनी सूंड में लगाकर पटक दिया।
इसके बाद तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद आनन-फानन में सभी घायलों को इलाज के लिए नबीनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां इलाज के उपरांत चिकित्सकों ने गंभीर हालत में घायलों को सदर अस्पताल औरंगाबाद रेफर कर दिया। जहां चिकित्सकों के द्वारा सभी का उपचार किया जा रहा है। इस दौरान हादसे में चिकित्सकों के मुताबिक उमेश सिंह का एक पैर टूट गया है।
घायल रमेश सिंह ने बताया कि खेत की पटवन के दौरान हम सभी लोग आम के पेड़ के नीचे सो रहे थे तभी हाथी का झुंड वहां आ पहुंचा और सूंड लगाकर पटक दिया। इसके बाद कुछ समय के लिए वे लोग बेहोश हो गए। इसके आसपास के लोगों द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नबीनगर में भर्ती करवाया गया।
गौरतलब है कि पिछले पांच दिनों से ज़िले में अलग-अलग- अलग क्षेत्रों में हाथियों की झुंड ने किसानों एवं ग्रामीणों को परेशान कर रखा है जिससे आसपास के लोग भी काफी दहशत में है। इसके अलावा मदनपुर के पहाड़ी क्षेत्र में पहुंचने के बाद हाथियों की चपेट में आकर तीन लोग घायल हो गए थे जिनका उपचार किया गया।
औरंगाबाद के डीएफओ तेजस जयसवाल ने बताया कि पिछले पांच दिनों से हाथी का एक समूह गया के जंगलों से भटक कर औरंगाबाद आ गए हैं और उन्हें नियंत्रित करने के लिए विभाग की टीम लगी हुई है। उन्हें जंगल के रास्ते भगाने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने सभी ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि रात्रि के समय बाहर ना निकले और अपने घरों के आगे मशाल जलाकर रखें ताकि हाथी का झुंड खेत से होकर गांव में प्रवेश न कर सके। उन्होंने यह भी बताया कि कभी भी शौच करने के लिए अकेले अंधेरे में ना निकले। उन्होंने बताया कि हाथियों के द्वारा फसल नुकसान का आकलन किया जा रहा है।