मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद । डाक्टर संतोष कुमार के खिलाफ मंगलवार की शाम कैंडल मार्च निकाला गया और आक्रोशितों ने जामकर नारेबाज़ी की। वहीं मौके पर मृतक युवक को श्रद्धांजलि दी गई। जानकारी के अनुसार बीते दिनों 10 सितंबर को राजद जिला प्रवक्ता डॉ रमेश यादव के भतीजे मनीष कुमार को मामूली बुखार होने पर शहर के ब्लॉक कॉलोनी के सतेंद्र नगर स्थित दुर्गा चौक पर डाक्टर संतोष कुमार के निजी क्लिनिक में अपने परिजनों के साथ इलाज़ करवाने गया था। जहां गलत इंजेक्शन लगाने से मनीष की मौत हो गई थी। इस घटना के एक सप्ताह बीतने के वावजूद आरोपी डाक्टर की गिरफ्तारी न होने पर आक्रोशित परिजनों ने कैंडल मार्च निकाल कर पुलिस – प्रशासन से अविलंब गिरफ्तारी की मांग की गई।
युवक करता था मेडिकल की तैयारी – 22 वर्षीय मनीष कुमार मेडिकल का छात्र था । गत दिनों वह अपने गांव वार्ड नंबर 31 अंतर्गत गंगटी आया हुआ था। वह एक होनहार लड़का था। परिजनों को उससे काफ़ी उम्मीदें थीं लेकिन डाक्टर की गलत इंजेक्शन ने उसकी जान ले ली।
एक सप्ताह बीतने के वावजूद डॉक्टर की नहीं हुई गिरफ्तारी – इस संबध में डॉ रमेश यादव ने डॉक्टर संतोष के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करवाया था तथा कार्रवाई की मांग की थी जिसमें घटना के एक सप्ताह बाद भी डाक्टर की गिरफ्तारी न होने से आक्रोशित परिजनों ने कैंडल मार्च निकाल कर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। यह मार्च शहर गांधी मैदान से रमेश चौक तक निकाला गया। मौके पर बड़ी संख्या में लोगों ने डॉक्टर संतोष के खिलाफ नारेबाज़ी की। इस दौरान डॉ रमेश यादव सहित सैकड़ो लोगों ने आरोप लगाते हुये कहा कि डॉक्टर संतोष ने बिना डायग्नोसिस कीए मनीष का इलाज किया जिसमें गलत इंजेक्शन लगाने से उसकी मौत हों गई। ऐसे में न्याय और श्रद्धाजंलि देने के लिए यह कैंडल मार्च निकाला गया। इसके वावजूद यदि डॉक्टर संतोष की गिरफ्तारी नहीं हुई तो सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे। इस दौरान उदय उज्जवल, शत्रुघन यादव, चंदन यादव, रवि यादव, राम केवल यादव बड़ी संख्या में लोगों ने कैंडल मार्च में भाग लिया।