औरंगाबाद। देश की पहली महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की 192वीं जयंती समारोह धूमधाम से मनाया गया। यह समारोह जिला मुख्यालय स्थित
गुंजराती भवन आदर्श नगर वार्ड नंबर 11 में वरीय अधिवक्ता विनोद कुमार मालाकार के आवास पर आयोजित की गई। सर्वप्रथम सावित्रीबाई फुले के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित किया गया। तत्पश्चात उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए वक्ताओं ने कहा कि सावित्रीबाई फुले ने अपना पूरा जीवन संघर्ष में व्यतीत किया और सामाजिक कुठाराघातों को बर्दाश्त करते हुए अपनी अपना पूरा जीवन समाज के प्रति समर्पित कर दिया। 1848 ई. में अपने पति ज्योति बाई फुले के साथ मिलकर प्रथम महिला विद्यालय खोला और नारियों के शिक्षा में क्रांतिकारी कदम उठाया। उन्होंने छुआछूत का विरोध किया महिलाओं की शिक्षा के लिए लोगों को प्रेरित किया मराठी भाषा में उन्होंने कविताओं की रचना की 1873 में सत्यशोधक समाज की स्थापना की। कार्यक्रम की अध्यक्षता माली मालाकार विकास संघ के जिलाध्यक्ष सुदामा सैनी ने किया। जबकि संचालन सुरेश विद्यार्थी ने किया। मुख्य अतिथि के रूप में बामसेफ के राज्य उपाध्यक्ष डॉ. गोपाल राम अधिवक्ता अनिल कुमार सिंह की गरिमामय उपस्थिति रही। आगत अतिथियों का स्वागत अधिवक्ता विनोद मालाकार ने किया।
इस दौरान पूर्व सैनिक अमरेंद्र कुमार, डॉ मिथिलेश कुमार, डा राजेश कुमार, लक्ष्मण कुमार, लल्लू मालाकार, अजय कुमार उपेंद्र मालाकार,पीयूष कुमार वैभव सैनी आयुष कुमार,विनय कुमार, शक्ति सिंह,रिंकू सैनी अवंती कुमारी वैष्णवी सैनी वंशिका सैनी, प्रेमशीला देवी,सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।