(मिथिलेश कुमार की रिपोर्ट)
कुटुंबा(औरंगाबाद) प्रखंड क्षेत्र के किसानों पर एक ओर जहां प्रकृति ने अपना बेरूखी रंग दिखाया जिसमें किसानों को सूखे का सामना करना पड़ा। वहीं इधर अप्राकृतिक आपदाओं ने भी किसानों को जमकर नुकसान पहुंचाया है। जिले के कई जगहों पर अब तक ऐसा देखा गया है कि धान की फसल में आगलगी के कारण फसल पूरी तरह बर्बाद हो गए जिसमें किसान को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है। ऐसा ही एक मामला डुमरा गांव की हैं। जहां इस अगलगी में क़रीब 1200 धान के बोझे जलकर खाक हो गए।
बताया जाता है कि यह घटना सोमवार की रात्रि करीब 11:00 बजे की हैं जिसमें उस गांव निवासी अर्जुन यादव के खलिहान में घटित हुआ। जहां आग लगने से सारी धान की फसल बर्बाद हो गए। इस दौरान अचानक खलिहान में आग की लपटें उठने शुरू हुई जिसमें आसपास के लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े और आग बुझाने का भरसक प्रयास किया लेकिन इस दौरान आग कि लपटे कम होने की बजाय भीषण होती चली गई। इसके बाद कोई उपाय न सुझता देख ग्रामीणों ने अग्निशमन विभाग को सूचित किया।
लेकिन जब तक अग्निशमन का वाहन घटनास्थल पहुंचकर बचाव कार्य करता तब तक काफी देर हो चुकी थी। इस घटना में किसान का सारा धान का बोझा जलकर खाक हो गया। अग्नि पीड़ित अर्जुन यादव ने बताया कि 14 बीघे के धान का बोझा खलिहान में रखा हुआ था। जो अगलगी में जलकर नष्ट हो गया। इस घटना में करीब लाखों रुपयों का नुकसान हुआ हैं। अगलगी की घटना कैसे हुई इस बात की जानकारी अब तक नहीं हो सकी है। फिलहाल उन्होंने जिला प्रशासन से आपदा राहत के तहत मुआवजे की मांग की है।