– मिथिलेश कुमार
कुटुंबा(औरंगाबाद) प्रखंड क्षेत्र के किसानों पर प्रकृति कहर बरपा रही है। एक तरफ जहां किसान सूखे की मार झेल रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ मधुआ कीट ने किसानों की कमर तोड़ दी है। उत्पादन समिति के अध्यक्ष जेयाउद्दीन अंसारी के नेतृत्व में गुरुवार को मधुआ रोग से प्रभावित सोनबरसा, सुही, चिल्हकी, लभरी, दधपा, चपरा व तमसी गांव का आकलन किया। उन्होंने बताया कि मधुआ रोग से फसल को काफी क्षति हुई है।
धान फसल की बुआई में प्रति एकड़ बारह हजार से पंद्रह हजार रुपयों की लागत आती हैं। ऐसी स्थिति में कृषि से जीवन यापन करने वाले किसानों के लिए हालात चिंतनीय है। इनके लिए पंचायत समिति के नेतृत्व में बैठक बुलाकर सरकार से मुआवजे की मांग की जाएगी। निरीक्षण में उत्पादन समिति के अध्यक्ष जेयाउद्दीन अंसारी, सदस्य रंजीत प्रसाद, पंचायत समिति सदस्य अतुल पांडे, बबन राम, अजय कुमार मेहता एवं पंचायत समिति प्रतिनिधि कंचन गुप्ता आदि शामिल है।