औरंगाबाद। 12 नवंबर को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद एवं दाउदनगर में किया जाएगा जिसमें लगभग 3210 मामलों को निष्पादन का लक्ष्य रखा गया हैं। इसकी जानकारी मंगलवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह ज़िला जज रजनीश कुमार श्रीवास्तव व जिला विधिक प्राधिकार के सचिव प्रणव शंकर ने प्रेस वार्ता के दौरान दिया।
वहीं उन्होंने बताया कि आगामी लोक अदालत में कहीं पर्व त्योंहार बाधक ना बने जिसको लेकर तैयारियां जोरों पर है ताकि ससमय लक्ष्य के अनुरूप अधिक से अधिक वादों का निष्पादन किया जा सके।
उन्होंने बताया कि अपराधिक मामलों में 1100 वादों निष्पादन का लक्ष्य रखा गया है जिसमें सभी को पक्षकारों को नोटीस भेजा जा चुका हैं। वहीं 150 से अधिक मामलों का प्री कॉन्सलिंग किया जा चुका हैं जिसमें पक्षकारों को बैठाकर लगभग 30 से 40 लोगों को सुलहनामे के लिए हस्ताक्षर भी कराया गया है।
मोटर दुर्घटना में कुल 60 वादों का चयन किया है जिसमें इन सभी मामलों में पक्षकारों को नोटिस भेजा जा चुका है जिसमें अब तक लगभग तीन से चार मामलों का सुलह कराया जा चुका है। वहीं इसके अलावा परिवाद के लगभग 50 मामलों में सभी पक्षकारों को नोटिस भेजा जा चुका है जिसमें अब तो 10 से 12 मामलों में काउंसलिंग किया जा चुका है। तथा चार मामलों का सुलह भी कराया जा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि बैंक से जुड़े 2000 मामलों में पक्षकारों को नोटिस भेजा जा चुका है जिसमें अब तक 150 मामलों में काउंसलिंग किया जा चुका हैं। जबकि 50 मामले पूर्व में ही सुलह कराए जा चुके हैं। ऐसे में उम्मीद है कि आने वाले 12 नवंबर तक इन सभी मामलों का निष्पादन कराया करा लिया जाएगा जिसमें अधिक से अधिक मामलों की निष्पादन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं।
वहीं बैंक के अधिकारियों ने लक्ष्य के अनुरूप 2000 मामलों में से अधिकांश मामलों को सुलह करा लिए जाने का आश्वासन दिया है जिसमें बैंकों को इस बार क़रीब 5 से 6 करोड़ कम से कम रिकवरी मिलने का अनुमान है। उन्होंने जिले वासियों से अपील की है कि अधिक से अधिक सुलहनिय मामलों का आगामी लोक अदालत में सुलह कराएं ताकि समाज में शांति व सद्भाव का माहौल कायम हो।