औरंगाबाद। ज़िले में सिंचाई की समस्या गंभीर हैं। यहां चार-पांच प्रखंड ऐसे हैं, अधिकांश वर्षा पर निर्भर हैं। यह ज़िला तीन भू भागों में बटा हुआ है। यह उक्त बातें ज़िला कृषि पदाधिकारी रणवीर सिंह ने कहा है। उन्होंने कहा कि यह जिला सिंचाई के दृष्टिकोण से तीन भू भागों में बटा हुआ। जहां एक नहरी क्षेत्र है जिसमें बरूण, ओबरा, हसपुरा एवं दाउदनगर शामिल हैं। जबकि यहां ऐसे भी भू भाग हैं। जहां नहरे भी है और सुखा भी हैं जिसमें रफीगंज, गोह, देव एवं सदर प्रखंड शामिल हैं। वहीं इसके अलावा एक ऐसा भू भाग हैं।
जहां नहर ही नहीं हैं। वह पूरी तरह से वर्षा पर आश्रित हैं जिसमें मदनपुर प्रखंड शामिल हैं। ज़िला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि वहीं इसके अलावा उत्तरी कोयल नहर का एरिया नवीनगर और कुटुंबा हैं जिसमें पानी आता ही नही हैं। सिंचाई की समस्या ज़िले में गंभीर हैं। यहां चार-पांच प्रखंड ऐसे हैं। जहां मूलरूप से वर्षा के आधार पर खेती होती हैं। हालांकि ऐसे में यहां मूलरूप से खेती पर निर्भर लोगों की यथा स्थित में बदलाव आए जिसको लेकर शासन-प्रशासन यथा केंद्र व प्रदेश सरकार को पहल करने की जरूरत है। ताकि मूलरूप से खेती पर निर्भर लोगों की बेहतर ढंग से जिकोपर्जन हो सके।