
औरंगाबाद। पीएम नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन पर आयोजित होने वाले 20 दिवसीय कार्यक्रम पर ज़िला पार्षद शंकर यादवेन्दू ने कहा कि एक दिन का जन्मदिन तो समझ में आता है, लेकिन 20 दिनों का जन्मदिन समझ से परे है। जहां एक तरफ किसान साढ़े नौ महीनों से सड़कों पर आंदोलित हैं और आम जनता कोरोना के चलते हुए नुक़सान से उबर नहीं पाई है वहीं, प्रधानमंत्री जैसे महत्वपूर्ण व्यक्ति के जन्मदिन को मनाने के लिए 20 दिनों तक कार्यक्रम किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। श्री यादवेन्दू ने कहा कि प्रधानमंत्री ने वायदा किया था कि सत्ता में आने पर महंगाई कम करेंगे और खुद को प्रधानमंत्री नहीं बल्कि प्रधान सेवक के तौर कार्य करूंगा लेकिन वर्तमान में सारे वादे भूला दिए गये। महंगाई चरम पर है। आवश्यक वस्तुओं के दाम दो गुने हो चुके है, लेकिन सरकार महंगाई के प्रति थोड़ा भी चिंतित नहीं है। महंगाई के दौर में गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को अपना घर चलाना मुश्किल हो गया है। सरकार जनता का ध्यान महंगाई एवं अन्य आवश्यक मुद्दों से हटाकर प्रधानमंत्री के जन्मदिन की तरफ करना चाहती है। जो काफ़ी दुर्भाग्यपूर्ण है।
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