– सुखेंद्र कुमार की रिपोर्ट
गोह(औरंगाबाद) गोह प्रखंड अंतर्गत देवकुंड स्थित गौ ज्ञान फाउंडेशन द्वारा संचालित गौशाला में आए दिन गोवंशों की मौत के मामले सामने आते रहते हैं। इसके बाद भी इस गोशाला की हालत अब तक नहीं सुधरी। एक सप्ताह पूर्व से ही 8 जानवर किचड़ में फंसकर मर गए लेकिन गोशाला कर्मियों द्वारा मृत जानवरों को हटाया तक नहीं गया जिससे शव में काफ़ कीड़े पड़ गए और सडे़ हुए मांस से आसपास दुर्गंध फैलने लगा जिसको लेकर शुक्रवार को सैकड़ो की संख्या में लोगों ने देवकुंड स्थित गौशाला पहुंचकर विरोध प्रर्दशन किया तथा गौशाला संचालक व प्रबंधक के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया।
वहीं देवकुंड से गौशाला हटाने की मांग की। प्रदर्शन कर रहे पूर्व मुखिया रामकृपाल विश्वकर्मा, पंसस रामकुमार पासवान, कृष्णनंदन यादव, आशुतोष मिश्रा, अक्षय पटेल, श्रीकांत चंद्रवंशी, अरुण यादव, श्लोक सिंह, जनार्दन राम, मनीष कुमार, सागर शर्मा सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने गौशाला संचालक पर गौ रक्षा के नाम पर तस्करी करने का आरोप लगाते हुए विशेष जांच टीम द्वारा जांच पड़ताल की मांग किया है। प्रदर्शन करियो ने कहा कि दो दिन में 18 गोवंशों की मौत का हो गई है। प्रत्येक दिन पांच से सात जानवर मर जाते हैं।
वहीं देवकुंड मठाधीश कन्हैयानंद पुरी ने बताया कि वर्ष 2018 में कुछ लोग गौरक्षा के नाम पर तत्काल गौवंशो की रहने की अनुमति मांगी थी। इसके बाद से लगातार जमीन पर अतिक्रमण करते जा रहे हैं। प्रशासन के आदेश के बावजूद भी क्षमता से अधिक जानवरों को रखा जा रहा है। विदित हो कि पूर्व से ही गौशाला में जानवरों की रखाव में घोर अनियमितता की शिकायते मिलती रही है।