औरंगाबाद। डीएम सौरभ जोरवाल द्वारा रफीगंज अंचल का औचक निरीक्षण कर सुखाड़ हेतु आपदा संपूर्ति पोर्टल की एंट्री के कार्य को देखा गया। वहीं अंचल में उपस्थित किसानों से बातचीत की गई। वर्तमान में आठ प्रखंडों में परिवारों का विवरण सुखाड़ के पोर्टल पर डाला जा रहा है जिसके लिए अंचलाधिकारी पंचायतवार टीम बनाकर परिवारों का विवरण इकट्ठा करवा रहे है।
डीएम द्वारा संपूर्ण पारदर्शिता बरतते हुए शीघ्र इस कार्य को पूर्ण करने के लिए निदेशित किया गया। गौरतलब है कि औरंगाबाद जिले के आठ प्रखंडों में कुल 98 पंचायत को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है। इन पंचायतों में वर्षापात में 30 फीसदी से अधिक कमी एवं फसल आच्छादन 70 फीसदी से कम है, जिसमे उपज की उत्पादकता में कमी संभावित है।
आपदा प्रभावित परिवारों को अनुग्रहित राहत की राशि के हस्तानांतरण हेतु परिवार के मुखिया का नाम पूर्ण विवरण के साथ एनआईसी के आपदा संपूर्ण पोर्टल पर करने के संबंध में दिशा निर्देश दिए गए हैं। प्रखंडों के संबंधित सभी पंचायतों के अधिसूचित राजस्व ग्रामों के अंतर्गत आने वाले सभी गांव, टोलों एवं बसावट का सर्वेक्षण कर वहां के सभी परिवारों की सूची सत्यापनोपरांत अद्यतन करने का निर्देश दिया गया है। लाभुक का नाम एवं लाभुक के बैंक पासबुक एवं आधार संख्या की प्रविष्टि अनिवार्य रूप से की जाएगी।
अतः सुखाड़ग्रस्त ग्रामों में किसान लाभुक अपना बैंक पासबुक में अंकित नाम एवं आधार संख्या प्रखंड कार्यालय में उपलब्ध करा सकते हैं। आधार एवं बैंक पासबुक में अंकित नाम में एकरूपता होनी चाहिए ताकि जांच के उपरांत राशि हस्तानांतरित करने मे कोई कठिनाई न उत्पन्न हो।