औरंगाबाद। काफ़ी महंगी रहीं गृह मंत्री अमित शाह की बिहार रैली। संभवतः प्रदेश में अब तक की सबसे महंगी रैली रहीं। यह उक्त बातें राजद जिला प्रवक्ता डॉ रमेश यादव ने कहा है। आगे उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने आज़ादी की लड़ाई में तिरंगा नहीं पकड़ा, आज वे अपने हाथों में तिरंगा लेकर आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहें है। देख कर अच्छा लगा।
आगे कहा कि लगभग 17 वर्षों से बिहार की शासन व्यवस्था उनके हाथों में हैं। इसके बावजूद अमित शाह, लालू प्रसाद यादव का नाम से लोगों को डराते हुये नजर आये। यह थोड़ा हास्यपद लगा। पिछले विधानसभा चुनाव में राजद गठबंधन की सरकार बनते-बनते रह गई। वहीं विधान परिषद चुनाव में हमारी कामयाबी और इसके बाद बोचहां की जीत हस्तपर्ध कर दिया है। हालांकि मंचीय भाषण के दौरान लालू प्रसाद यादव का नाम लेने से ही स्पष्ट हो गया हैं जिसमें उन्होंने तेजस्वी का नाम नहीं लेने में चतुराई दिखाई। जबकि राजद का बागडोर तो लालू जी ने तेजस्वी के हाथों में ही सौंप दिया है। विधानसभा का पिछला चुनाव सहित अबतक सभी चुनाव राजद ने तेजस्वी के ही नेतृत्व में लड़ा है। लेकिन राजद को संतोष हैं कि अमित शाह ने लालू का नाम लेकर बिहार में हमारी ताक़त और चुनौती को क़ुबूल किया है।
उन्होंने कहा कि अमित शाह इस बात को भली-भांति समझ रहे हैं कि बिहार में अब तेजस्वी यादव के नेतृत्व में छात्र, नौजवान व किसान के अलावा सभी वर्गों के लोग गोल बंद हो रहे हैं। अब वह दिन दूर नहीं की तेजस्वी यादव बिहार की सत्ता को संभालेंगे। कहा कि देश के अंदर सांप्रदायिक शक्तियों के विरुद्ध तमाम विपक्षी दलों को गोलबंद करने में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। देश में बढ़ती महंगाई पर मंत्री ने थोड़ा भी प्रकाश नहीं डाला। जबकि कुछ दिन पहले वीर कुंवर सिंह के एक परिवार की हत्या कर दी गई थी जिसमें हवा हवाई कार्यवाई हो रही है। इनके झांसे की राजनिति को जनता अब जान चुकी है।