– डी के यादव
फसल से उड़ रही धूल, सांस लेने में फूल रहा दम
कोंच (गया) अगर आप प्रधाना से इस्माइलपुर जानेवाली सड़क या प्रखंड के ददरेजी रफीगंज से होकर गुजरते हैं तो संभलकर बाइक का परिचालन करें अन्यथा कभी भी दुर्घटना हो सकते हैं।काजी बिगहा, घोंघीमठ, कंचनपुर, चंदैनी आदि गाँव के समीप की पक्की सड़क खलिहान में तब्दील हो गई है। स्थानीय लोगों ने खलिहान में होने वाले पिटनी के लिए तैयार फसल को बधार से कटाई कर सड़को पर डाल कर छोड़ दे रहें हैं। जानकारी के अनुसार वे फसल के दाने को गाड़ियों के पहिये से दमकर अपने घर ले जाते हैं। ऐसा अनुमान लगाया जाता है कि फसल से एक्के-दुक्के लोगों को लाभ मिलता होगा पर सैकड़ों लोगों का जीवन मुसीबत से भरा है। फसल कटाई करने वाले लोग दवनी के लिए न तो खलिहान बनाते हैं और न हीं कोई मशीन का उपयोग करते हैं। वे सड़को से गुजरने वाली वाहनों के भरोसे बिल्कुल आश्रित रहते हैं। ऐसे में एक तरफ लोगों को पैदल यात्रा करने में काफी परेशानी होती है और दो पहिये बाइक के टायर फिसलने का खतरा बना रहता है। वहीं, दूसरे तरफ फसल से इतना अधिक धूल उड़ता है कि लोगों को सांस लेने में दम फूलने लगता है। इतना हीं नहीं धूल के असर से लोग खांसते-खांसते बेदम हो जाते हैं। सबसे बड़ी बात तो यह है कि प्रशासनिक अधिकारी प्रति दिन उसी सड़क से होकर गुजरते हैं पर किसी ने अभी तक इस ओर पहल नहीं किया हैं। हालाँकि यात्रियों ने इसका कई बार विरोध भी किया है। इसके बावजूद भी सड़क पर फसल रखने वाले लोगों की मनमानी थम नहीं पा रही है। इससे सबसे अधिक परेशानी छोटे बच्चों व बुजुर्गों को हो रही है। इसके लिए बुद्धिजीवियों व समाजसेवियों ने जिला प्रशासन सहित आँती थाना की पुलिस का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराते हुए समस्या से निजात दिलाने की गुहार लगाई है। विदित हो कि सड़क को खलिहान के रूप में उपयोग करने से वाद-विवाद बढ़ने की संभावना बढ़ रही हैं।