– संजीव कुमार –
मगध हेडलाइंस: मदनपुर (औरंगाबाद) : बिहार में आशा एवं आशा फैसिलिटेटरों ने बुधवार को 29वें दिन और बड़ी भागीदारी के साथ अपनी 9 सूत्री मांगों की पूर्ति को लेकर बड़ी संख्या में भागीदारी कर हड़ताल को सफल बनाया। इस दौरान आशा ममता कुमारी की अध्यक्षता मे अनिश्चितकालीन हड़ताल के 29वें दिन सीएचसी मदनपुर की आशाएं की हड़ताल के कारण प्रखंड की ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह ठप्प हो गयी। प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा योजना के तहत हर माह के 9 तारीख को गर्भवती महिलाओं के जांच के लिए लगाए जाने वाली शिविर भी बाधित रही। साथ पर्ची काउंटर भी बंद रहे। सभी आशा स्वास्थ्यकर्मियों ने बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार एवं स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हड़ताल की वजह से सीएचसी परिसर मे सन्नाटा पसरा रहा। जब कोई मरीज ईलाज के लिए परिसर मे आया तो उसे वहां से खाली हाथ लौटना पड़ा। आशाओं ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार से मिलकर अपनी बातों को रखी और हड़ताल का समर्थन करने की बात कही। इस दौरान उन्होंने बताया कि,आशा स्वास्थ्यकर्मियों के हड़ताल की वजह से स्वास्थ्य सेवा पुरी तरह एक बाधित हो गया है।खास कर ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा पर असर पड़ा है। वे लोग सिर्फ आपातकालीन मरीजों के लिए स्वास्थ्य सेवा बहाल करने पर राजी हुई। इस दौरान आशा सरोज देवी, उर्मिला देवी, गीता देवी, देवन्ति देवी, शांति देवी, चिंता देवी, मंजू कुमारी आदि लोग मौजूद थे।