औरंगाबाद। केंद्र व राज्य सरकार की ओर से छोटे-छोटे उद्योग धंधों को विकसित करने की दिशा में बड़े-बड़े वादा ज़रूर किए जाते हैं। लेकिन धरातल पर हकीकत कुछ और है। इसी सिलसिले में जिला उद्योग केंद्र कार्यालय औरंगाबाद के सामने उमेश कुमार यादव के नेतृत्व में बिहार उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन का पुतला दहन किया गया। युवाओं ने कहा कि बिहार सरकार युवाओं को उद्यमी योजना के तहत रोजगार देने के नाम पर ठग रही है। बिहार सरकार 19 लाख युवाओं को रोजगार देने की बात कही थी। लेकिन युवाओं के द्वारा उद्यमी योजना के तहत लगभग 62,000 फॉर्म भरा गया जिसमें लगभग 42,000 फॉर्म सही पाया गया जिसको सरकार रोजगार देने में पीछे हट गई। उद्यमी योजना के फार्म भरने से पूर्व सरकार ऐसा कुछ नहीं कहा था कि उद्यमियों का चैन लॉटरी सिस्टम से किया जाएगा। जबकि अब उद्यमियों का चयन लॉटरी के द्वारा किया जा रहा है। कहा कि अगर लॉटरी से ही करवानी थी तो प्रत्येक ज़िले में कैंडिडेट के सामने खुला लॉटरी करवानी चाहिए थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इधर बिचौलियों के साथ विभाग के अधिकारियों ने पटना में ही सेटिंग द्वारा गिने चुने आदमियों का चयन किया गया। जो बिल्कुल गलत है दो हजार अट्ठारह से ही कई युवा जीएसटी एवं करंट खातों का संवहन कर रहे हैं, यदि ऐसा करना था तो इन प्रक्रियाओं का क्या मतलब है। कहा कि बिहार विभाग क पास पुराने आवेदक का भी डाटा उपलब्ध है। पहले पुराने आवेदक को पेमेंट करना चाहिए। उसके बाद नए फॉर्म बिहार सरकार को लेना चाहिए जो कि ऐसा नहीं किया जा रहा है। इस दौरान विक्की कुमार, विश्वजीत कुमार, अनिरुद्ध विश्वकर्मा, रामजन्म यादव ,अमरजीत कुमार, नगेंद्र कुमार ,जयप्रकाश कुमार, पिंटू कुमार, कंचन कुमार, मुकेश कुमार, धनंजय कुमार, राजीव कुमार, अरुण कुमार, टुनटुन कुमार, धर्मेंद्र कुमार एवं सैकड़ों युवाओं ने उपस्थित थे।