
औरंगाबाद। दाउदनगर शहर के बारुण रोड स्थित पांडे जी के हाता में ज्ञान यज्ञ के तीसरे दिन उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते श्री त्रिदंडी स्वामी के शिष्य जीयर स्वामी ने कहा कि उम्मीद और विश्वास बनाए रखें सफलता निश्चित है। इसे हटा दिया जाए तो दुनिया का मतलब नहीं है। उम्मीद एवं विश्वास पर ही बड़े-बड़े आविष्कार किए गए हैं । उन्होंने कहा उम्मीद के सहारे ही विज्ञान ने इतनी तरक्की की है। पहले चिट्ठी पत्री से संदेश जाता था लेकिन अब मोबाइल द्वारा संसार के किसी भी कोने में संदेश चला जा रहा है। यह उम्मीद के द्वारा ही संभव हुआ है। कुछ लोग मोबाइल को झंझट मानते हैं बताते हैं लेकिन यह बाहर रहने में विपत्ति में आपका सहयोगी भी बनता है। उन्होंने कहा महर्षि व्यास में वेद उपनिषद, महाभारत की रचना की जिसे समाज को भटकने का मौका नहीं मिला। समाज सहित दिशा में विकसित हुआ। कहां गया प्रकरण के अनुसार शब्दों का अर्थ होता है जैसा प्रकरण होगा वैसा शब्दों का अर्थ होगा। दुर्गा सप्तशती के में आए पशु शब्द का अर्थ बताते हुए उन्होंने कहा इसका अर्थ गंध, धूप के साथ पूजा करना है। आपके जीवन में उद्देश्य के साथ सही लक्ष्य है तो सफलता निश्चित रूप से मिलेगी। नारद मुनि उम्मीद और विश्वास के बल पर ही तीसरे जन्म में देव ऋषि कहलाए। उन्होंने कहा वाणी पर सरस्वती का वास होता है वाणी को संयमित और मर्यादित होना चाहिए। वाणी द्वारा अश्लील शब्द का प्रयोग नहीं करना चाहिए। वाणी पर संयम एवं नियंत्रण रखने वाला व्यक्ति समाज में प्रतिष्ठा पाता है।