
मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। फांसी लगाकर एक 25 वर्षीय छात्र ने आत्महत्या कर लिया। मामला शहर के सिन्हा कॉलेज मोड़ के समीप रामडीहा की हैं। मृतक की पहचान ओबरा प्रखंड के खुदवां थाना क्षेत्र के बिच्छहां गांव निवासी देवेंद्र सिंह के पुत्र प्रकाश चंद्रा उर्फ डब्लू के रूप में हुई है। वैसे युवक ने फांसी क्यों लगाई इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं है। इस घटना के बाद घर का इकलौता चिराग बुझ गया। सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के दौरान परिजनों ने बताया कि प्रकाश चंद्रा पिछले कई वर्षों से औरंगाबाद शहर के रमडीहा गांव में किराए पर रूम लेकर पढ़ाई करता था। वह मध्यप्रदेश से जीएनएम से पढ़ाई भी कर रहा था। वह द्वितीय वर्ष का छात्र था। इसके अलावा वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी करता था। उसके रूम के बगल में गांव के ही अन्य छात्र रहकर पढ़ाई करते थे। सोमवार की रात परिजनों से उसने फोन पर बात की थी, लेकिन मंगलवार की दोपहर बगल के रूम में रह रहे लड़कों ने प्रकाश चंद्रा का दरवाजा खुलवाना चाहा तो वह काफ़ी देर तक दरवाज़ा नहीं खोला। इसके बाद अनहोनी की आशंका से छात्रों ने दरवाजा तोड़ दिया। इसके बाद अंदर का नजारा देख दंग रह गए। देखा कि प्रकाश ने पंखे के सहारे आत्म हत्या कर लिया और फोन नीचे गिरा हुआ था। छात्रों ने शोर मचाया तो आस-पास के लोग पहुंचे और घटना की सूचना पुलिस को दी गईं जिसके आलोक में पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से नीचे उतारा। थोड़ी देर बाद परिजन भी वहां पहुंचे। इधर, पुलिस ने आवश्यक पूछताछ के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। पोस्टमार्टम के उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया गया। परिजनों ने बताया कि मृतक प्रकाश चंद्रा घर का इकलौता चिराग था। उसके पिता देवेंद्र सिंह सरकारी विद्यालय में शिक्षक हैं। घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है तो वही गांव में मातम पसरा हुआ है। थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि फांसी लगाकर एक छात्र द्वारा आत्महत्या का मामला सामने आया हैं जिसमें मृतक के चाचा द्वारा आवेदन प्राप्त हुआ है। आवेदन के आधार पर यूडी केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।