
– मिथिलेश कुमार –
मगध हेडलाइंस: अंबा (औरंगाबाद): भारतमाला परियोजना के तहत निर्माणाधीन वाराणसी-कोलकाता ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के अधिग्रहण से प्रभावित किसानों ने सोमवार को प्रखंड मुख्यालय परिसर में धरना प्रदर्शन किया जिसकी अध्यक्षता कमला प्रसाद सिंह तथा संचालन विकास सिंह ने की। इस दौरान किसानों ने मालिक गैर मजरूआ भूमि का रैयतीकरण व उचित मुआवजा, भूमिहीन हो रहे किसानों के पुनर्वास व रोजगार, विस्थापित हो रहे दलित परिवारों के पुनर्वास व रोजगार, उत्तर कोयल नहर, राइट बटाने नहर, सिंचाई आदि मुद्दों को उठाया। धरने में उपस्थित जिला परिषद प्रतिनिधि सुबोध कुमार सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही हैं। उन्होंने कहा कि जब मनमोहन सिंह की सरकार ने 2013 में भूमि अधिग्रहण कानून में सुधार कर दिया था तब केंद्र की सरकार किसानों को कत्ल करने वाली भूमि अधिग्रहण कानून 1956 एक्ट क्यों लगा रही है ? दूसरी तरफ भूमि की प्रकृति चयन करने का अधिकार बिहार सरकार का है। ऐसी जमीनें जो बिहार सरकार के कानूनी मानक के अनुसार आवासीय भूमि हैं। उन्हें बिहार सरकार के कर्मचारी भीठ धनहर बना दे रहे हैं। श्री सिंह ने राज्य सरकार से सवाल किया कि जब मुआवजा राशि केंद्र सरकार को देना है। तब राज्य सरकार के पेट में मरोड़ क्यों उठ रही है। राज्य सरकार आवासीय भूमि को आवासीय क्यों नहीं बता रही है। वहीं किसान वशिष्ठ प्रसाद सिंह ने कहा कि बिहार सरकार तमाम तरह के आम और गैरमजरूआ भूमि का मुआवजा राशि हड़प कर जाना चाहती है। जबकि सुप्रीम कोर्ट का स्पष्ट निर्देश है कि यदि कोई व्यक्ति मालिक गैरमजरूआ भूमि का लगान तीस या तीस वर्षों से अधिक समय से दे रहा है। तब वह उस भूमि के मुआवजे का पूर्ण अधिकारी है। इसके बावजूद बिहार सरकार नहीं चाहती है कि मालिक गैरमजरूआ जमीन का मालिकाना हक रखने वाले किसानों को मुआवजा मिले। इस मौके पर आई महिला किसान सुधा सुमन नें आश्वासन दिया कि किसानों को हर कदम पर महिलाओं का सहयोग मिलेगा। धरना प्रदर्शन में चंद्रमोहन तिवारी, बिजेंद्र मेहता, नरेंद्र राय, रमाकांत पांडेय, योगेंद्र सिंह, लाला सिंह, ललन सिंह, सत्येंद्र सिंह, रविन्द्र सिंह, कमला प्रसाद सिंह, राजकुमार सिंह, उषा देवी, अनिता देवी, कलावती देवी, ललिता देवी, बलिराम सिंह, गुप्तेश्वर यादव, प्रभात तिवारी समेत कई महिला-पुरुष किसान उपस्थित थें।
उत्तर कोयल नहर के जिर्णोंधार की बात छलावा : प्रखंड मुख्यालय में धरना प्रदर्शन के दौरान बेढ़नी पंचायत के मुखिया सह राष्ट्रीय किसान मजदूर विकास मंच के अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने उत्तर कोयल नहर तथा राइट बटाने नहर के मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा कि अभी जो उत्तर कोयल नहर के जिर्णोंधार के नाम पर लीपा-पोती किया जा रहा है। किसानों का वोट लेने के लिए यह छलावा किया जा रहा है। उत्तर कोयल नहर का जल संचय क्षेत्र झारखंड के लातेहार जिला में मंडल नामक जगह में बना है जिसे मंडल डैम के नाम से जाना जाता है। लेकिन आज तक इस डैम में पानी रोकने के लिए फाटक नहीं लग पाया। और ना ही अभी लगने की कोई उम्मीद है। उन्होंने कहा कि जब तक डैम में फाटक नहीं लग जाता तब तक नहर में भर पेट पानी नहीं मिल सकता। जब तक टंकी नहीं बन जाता नल के में पानी नहीं आ सकता। श्री सिंह ने किसानों को छलावे से सचेत रहने की अपील की है।