मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। जम्मू कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा आज औरंगाबाद पहुंचे जहां उन्होंने बिहार केशरी श्रीकृष्ण सिंह की आदम कद प्रतिमा का विधिवत अनावरण किया। इस मौके पर जमुई सांसद सह लोजपा रामविलास सुप्रीमो चिराग पासवान, औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह, महराजगंज सांसद जनार्दन प्रसाद सिग्रीवाल, सदर विधायक आनंद शंकर, कुटुंबा विधायक राजेश राम, पूर्व सांसद डॉ अरुण कुमार सिंह, पूर्व मंत्री रामजतन सिन्हा, पूर्व मंत्री डॉ. महाचंद्र प्रसाद सिंह, भीम सिंह चंद्रवंशी, पूर्व मंत्री अवधेश नारायण सिंह, विधान पार्षद सदस्य डॉ. अजय सिंह, लोजपा रामविलास नेता प्रमोद सिंह के अलावा कई गणमान्य लोग मौजूद थे। अनावरण के बाद एलजी मनोज सिन्हा ने एक आमसभा को भी संबोधित किया जिसमें श्रीकृष्ण सिंह के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि उनके बताएं हुए रास्ते को हम सबों को अपनाए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अनुग्रह बाबू की धरती पर श्रीकृष्ण बाबू की प्रतिमा का अनावरण कर के मुझे काफी प्रसन्नता हो रही है। इधर लोजपा रामबिलास के राष्ट्रीय अध्य्क्ष ने भी श्रीकृष्ण बाबू के कार्य कलापों और बिहार के लिये उनके अभूतपूर्व समर्पण की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि उनके सपनों का बिहार बनाये जाने की जरूरत है जिससे की बिहार के लोग बिहार में ही रहकर अपनी सभी प्रकार की जरूरतें पूरी कर सके। इसके लिये बिहार को संसाधन युक्त तथा समृद्ध बनाना होगा। उन्होंने कहा कि दलित समुदाय के लोगों को सामाजिक न्याय दिलाने के लिए श्रीकृष्ण बाबू ने आंदोलन का रास्ता अख्तियार किया। जाती विशेष से बिहार में अनेक राजनेता पैदा हुए, जिन्होंने अलग – अलग जातियों की गुटबंदी कर राजनीति किया। लेकिन श्रीकृष्ण बाबू ने व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से तमाम चुनौतियों का सामना किया और आम- जनमानस के हितों के लिए सदैव तत्पर रहे। उन्होंने अपने सामर्थ्य एवं शौर्य के साथ सर्व समाज की गरिमा को बनाए रखने के लिए संघर्ष किया। वह एक अकेले ऐसे नेता थे जिनकी अडिगता और कर्मबद्धता की तुलना अन्य नेताओं से नहीं की जा सकती है, उनके कार्य प्रेरणादाई है। उन्होंने कहा कि चंद्रगुप्त की सबसे बड़ी खूबी यही थी कि वह छोटी-छोटी चीजे पर विचार करते थे और उस पर बेहतर करने के लिए भरसक संघर्ष करते थे। उन्होंने कहा था कि जब तक सरकार में सेवा की भावना ना होगी, तब तक समाज परिवर्तन की सपनों को साकार नहीं हो सकता हैं। श्रीकृष्ण बाबू ने अधिकांश जीवन अपना जेल में बिताया। उनके विचारों की चेतना आज भी समाज में मौजूद हैं।
जमुई सांसद चिराग पासवान ने कहा कि श्रीकृष्ण बाबू के लिए सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब हम उनके बताए गए रास्तों पर चलेंगे। आजादी के बाद विपरीत परिस्थितियों में उन्होंने प्रदेश की जनता के लिए सुख-सुविधाएं उपलब्ध करवाए, शिक्षा के क्षेत्र में संरचनात्मक विकास किया। श्री पासवान ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब लालू प्रसाद यादव जी के साथ रहते हैं तो उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी की याद आती है और श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचते हैं, इस दौरान उन्हें पुराने संबंध भी याद आते हैं। उन्होंने बिहार विधानसभा में कहा था कि मिट्टी में मिल जाएंगे, लेकिन भाजपा के साथ नही जाएंगे। जो मुख्यमंत्री अपनी शब्दों को बात-बात पर बदले, अपने ही सोच के विपरीत कार्य करते हो, लिबास की तरह गठबंधन को बदलते हैं, अब मुख्यमंत्री जी की कोई विश्वसनीयता नहीं रही, उन्होंने दो बार बिहार की जना देश का अपमान किया हैं। मुख्यमंत्री लोगों की विश्वसनीयता को खो चुके हैं, जनता आखिर उन पर कैसे विश्वास करें। श्री पासवान कहा कि पत्रकारों के अधिकार और सम्मान के संबध में कहा कि एक पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ हैं। पत्रकारों के लिए सुरक्षा की प्राथमिकता होनी चाहीए। एक पत्रकार निष्पक्ष और स्वतंत्र रूप से तभी अपना कार्य कर पाएगा जब सुरक्षा और उसे विविध सुविधाएं मिलेंगी।
बिहार की सरकार को बदलने की जरूरत – श्री पासवान ने कहा कि बिहार को विकसित राज्य बनाने के लिए सरकार को बदलना बेहद जरूरी है। कार्यकर्ताओं के अलावा सभी लोगों से अपील की और कहा कि एक-एक लोग इस सरकार के खिलाफ गोलबंद हो जाएं ताकि जब चुनाव होगा तो अपने वोट का प्रयोग कर बिहार की सरकार को बदलने में किया जाएगा। हाल के दिनों में बिहार से पलायन काफी बाधा है। नीतीश कुमार जी की पार्टी अभी बिहार की तीसरे नंबर की पार्टी हैं लेकिन आगमी चुनाव में शून्य पर आउट हो जाएंगी।
एक नया बिहार बनाने का वादा – श्री पासवान ने कहा कि यदि बिहार में हमारी सरकार बनती हैं तो बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट विजन के सपने को साकार करूंगा। चिराग ने दावा किया कि राज्य में उनकी सरकार बनती है, तो बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट विजन के साथ राज्य को एक नया बिहार बनाएंगे। एक ऐसा बिहार, जहां रोजगार और शिक्षा के लिए लोगों का पलायन नहीं हो। महिलाओं का सम्मान हो, बेरोजगारों को रोजगार हो, किसानों की बेहतरी और बुजुर्गों का सम्मान हो। ऐसे विजन के साथ बिहार को आगे बढ़ाना ही हमारा उद्देश्य है। इस अवसर पर पुर्व जिला पार्षद मंजरी सिंह सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे।