अनिल कुमार
औरंगाबाद। सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं। साक्ष्य के अभाव में 32 साल पुराने मामले में अंतिम फैसला सुनाते हुए अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह विशेष अदालत मधेपुरा निशिकांत ठाकुर ने जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव को रिहा करने के आदेश दिए। पप्पू यादव की रिहाई जनता की जीत बतायी जा रही है। इस विशेष अवसर पर पार्टी कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है। इसी सिलसिले में युवा परिषद प्रदेश सचिव उमेश यादव, युवा परिषद जिलाध्यक्ष विजय कुमार उर्फ गोलू यादव, भास्कर पांडे, पंचायती राज प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष ई. सुरेंद्र यादव, जिलाध्यक्ष भोला यादव, उपाध्यक्ष बलिंदर यादव, युवा शक्ति के जिला अध्यक्ष अभिजीत कुमार उर्फ टोनी, कार्यालय सचिव रामजन्म यादव, युवा शक्ति के औरंगाबाद प्रखंड अध्यक्ष राम पुकार गुप्ता, युवा परिषद जिला महासचिव सोनू सिंह, छात्र के पूर्व जिला अध्यक्ष रंजन कुमार, राजू सक्सेना, धनंजय मालाकार, विनय कुमार सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने खुशी का इजहार किया है। उमेश यादव ने कहा कि हम लोग देश के संविधान और न्याय प्रक्रिया में भरोसा रखते हैं। सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं। अर्थात सत्य की विजय हुई है और झूठ का पर्दाफाश हुआ है। पप्पू यादव ने जनता को विभिन्न त्रासदीयों में असंख्य लोगों का जीवन बचाने का काम किया। लेकिन कुछ लोग उनकी लोकप्रियता से भयभीत हो गये और संकुचित मानसिकता के साथ उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाने का प्रयास किया। विजय यादव उर्फ गोलू यादव ने कहा कि कोरोना काल में हमारे नेता को हाल ही में जनसेवा को लेकर इंडियन मेडिकल असोसिएशन ने उन्हें सम्मानित किया था।