– रामविनय सिंह –
मगध हेडलाइंस: गोह (औरंगाबाद) मारपीट व मनमानी का आरोप लगाते हुए महिलाओं एवं पुरुषों ने थानाध्यक्ष के खिलाफ जमकर नारेबाजी व प्रदर्शन किया। आरोप हैं कि थानाध्यक्ष बिना महिला पुलिस के घटना स्थल पर पहुंचे और पहले डीजे बजा रहे लड़कों के साथ मारपीट किया। वहीं बीच बचाव में आई महिलाओं के साथ भी जमकर पिटाई कर दिया जिससे आक्रोशित लोगों ने थाने पर प्रदर्शन किया और थानाध्यक्ष को अविलंब हटाने की मांग की हैं।
यह मामला देवकुंड थाना क्षेत्र के बनतारा गांव की हैं। जहां पुलिस द्वारा महिलाओं को पिटाई करने का मामला सामने आया है। आरोप में गुरुवार को दर्जनों आक्रोशित महिलाओं व पुरुषों ने थानाध्यक्ष के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान नारेबाजी भी की गई। आक्रोशित प्रदर्शनकारियों में गीता देवी, प्रभा कुमारी, सुशीला देवी, चंदाहो देवी, मीरा देवी, मंजू देवी, गीता देवी व आक्रोशित पुरुष शंभू कुमार सत्येंद्र पासवान, कपिल साव, राम आशीष ठाकुर राम विष्णु साव, महेंद्र चौधरी, पिंटू चौधरी, लालबाबू पासवान, सत्येंद्र चौधरी, भरत चौधरी, हरी चौधरी राजू साव, शत्रुघ्न चौधरी, शिव भवन साव, सुखदेव साव, शंकर साव, गिरजा राजवंशी, शंकर ठाकुर प्रमोद ठाकुर व राजेन्द्र पासवान सहित दर्जनों लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि थानाध्यक्ष सुबोध कुमार सिंह रात में करीब 10 बजे बनतारा गांव में पुलिस बल के साथ पहुंचे और साउंड बॉक्स बजा कर नाच रहे बच्चों को बिना कुछ बताए मारपीट करने लगे।
आरोप है कि जब कुछ महिलाओं ने अपने बच्चो को बचाने गयी तो थानाध्यक्ष ने भद्दी- भद्दी गालियां देते हुए, उन महिलाओं को भी बेरहमी से पिटाई की। प्रदर्शन कारियों ने कहा कि महिलाओं को पिटाता देख वहां मौजूद गुस्साए लोगों ने पुलिस जिप्सी को क्षतिग्रस्त कर दिया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जब से थानाध्यक्ष सुबोध कुमार सिंह आये है तब से पब्लिक से अच्छा तालमेल नही है। गाली – गलौज से ही बात करते है। आक्रोशित लोगों ने कहा कि थानाध्यक्ष को बर्खास्त की मांग वरिष्ठ अधिकारी से की है।
क्या कहते है थानाध्यक्ष : मामले में थानाध्यक्ष सुबोध कुमार सिंह ने बताया कि आरोप बेबुनियाद है। हमने किसी महिला के साथ मारपीट नही की है।