मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। उत्तर प्रदेश के सारनाथ से पैदल भारत भ्रमण पर निकला दक्षिण कोरिया के 108 बौद्ध भिक्षुओं का दल शुक्रवार की दोपहर औरंगाबाद ज़िले के बारूण प्रखंड अंतर्गत सोन नगर के मैदान में पहुंचा, जहां उनका स्थानीय लोगों ने जोरदार स्वागत किया। बौद्ध भिक्षुओं ने संध्या पर भगवान बुद्ध का प्रार्थना किया और रात्रि विश्राम किया। इस दौरान बौद्ध भिक्षुओं की सुरक्षा में पुलिस अधिकारी व स्वास्थ्य सुरक्षा में मेडिकल टीम तैनात रही।
उनके साथ चल रहे द्विभाषीय मलकीत सिंह ने बताया कि बौद्ध भिक्षुओं का दल उत्तर प्रदेश के सारनाथ से महात्मा बुद्ध की मूर्ति को लेकर रथ पर चल रहा है। उन्होंने बताया कि बौद्ध भिक्षु प्रतिदिन 25 किमी. की यात्रा करने के बाद सुगम व सुरक्षित स्थल पर विश्राम कर रहे हैं।
बौद्ध भिक्षु शिनबंग ह्यून ने बताया कि यह पैदल यात्रा सांगवोल सोसायटी की ओर से किया जा रहा है जो बौद्धस्थली सारनाथ से नेपाल के लुंबिनी तक जाएगी। इस दौरान 43 दिनों के भीतर 1167 किलोमीटर की यात्रा संपन्न होगी ।
तीर्थयात्री ‘जीवन के सम्मान का स्लोगन अपने साथ लेकर चल रहे हैं। इस दल के साथ एक खुले वाहन पर भगवान बुद्ध की बड़ी मूर्ति चल रही है, जिसपर फूल-माला अर्पित किया जा रहा है। पड़ाव डालने और आगे कूच करने से पहले भिक्षुओं द्वारा आर्शीवाद लिया जा रहा है। इस दौरान बौद्ध भिक्षुओं को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ लग गई। इस दृश्य को युवाओं द्वारा अपने मोबाइल में कैद करते देखा गया।
तीर्थ यात्रा में शामिल यात्रियों ने बताया कि भारत-कोरिया संबंध वर्षों से मजबूत रहे हैं। दक्षिण कोरिया के 108 बौद्ध भिक्षुओं की तीर्थ यात्रा की मेजबानी भारत कर रहा है। उनके साथ मीडियाकर्मियों की टीम भी शामिल है। यह यात्रा विश्व में शांति की कामना, कोविड-19 जैसी महामारी का पुनर्जन्म न होने और भारत – कोरिया के व्यापारिक तथा सांस्कृतिक संबंधों के 50 वीं वर्षगांठ पूरा होने पर कोरिया बौद्ध भिक्षुओं का दल पूजा – अर्चना एवं प्रार्थना के लिए पदयात्रा पर निकला है।
बताया कि इस पदयात्रा से भारत और कोरिया के बीच मौजूदा संबंध प्रगाढ़ होगा। इससे दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक गतिविधियों तथा परंपराओं का आदान-प्रदान होगा। भारत तथा दक्षिण कोरिया के संबंधों की मधुरता तथा विश्व में महात्मा बुद्ध एवं शांति का संदेश फैलाने को लेकर यह कार्यक्रम आयोजित है। यह दल 18 फरवरी तक औरंगाबाद जिले में प्रवास करेगा।