मिथिलेश कुमार
कुटुंबा (औरंगाबाद)। हत्याकांड में थानाध्यक्ष के असंवेदनशील रवैया को लेकर सैकड़ों ग्रामीणों ने गुरुवार की सुबह कुटुंबा थाना का घेराव किया। इस दौरान लोगों ने न्याय की मांग करते हुए थानाध्यक्ष के खिलाफ हत्यारे को गिरफ्तार करो, पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद आदी नारों के साथ जमकर नारेबाजी की और हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए तीन दिन का अल्टीमेटम दिया। उन्होंने बताया कि हत्या के बाद से थानाध्यक्ष एक बार भी हत्यारों के घर नहीं गए। इस दौरान ग्रामीणों ने थानाध्यक्ष पर पैसे लेकर हत्यारों को संरक्षण का भी आरोप लगाया है।
क्या है मामला :
घटना के बारे में जानकारी देते हुए मोहित कुमार ने बताया कि मेरे पिता कामता मेहता ने अपने सगे बड़े भाई अर्जुन मेहता की बेटी की शादी करने के लिए एक लाख अस्सी हजार (180000) रुपया दिया था पैसों के बदले अर्जुन मेहता ने जमीन देने का वादा किया था। इस बात को लेकर जब मेरे पिता ने जमीन मांगी तो उन्होंने जमीन देने से इंकार कर दिया। तब मेरे पिता ने कहा कि जमीन नहीं दे रहे हैं तो हमारी पैसा वापस कर दीजिए जिसको लेकर 2 दिसंबर 2022 की शाम 7:00 बजे दोनों के बीच कहा – सुनी हुई। उस समय घर पर हमारी चाची और दो छोटी बहन थी। मेरे पिता को अकेले देख अर्जुन मेहता अपनी पत्नी बसंती देवी दो बेटे नरेंद्र कुमार, हरेंद्र कुमार एवं बेटी पिंकी कुमारी के सहयोग से हमारे सामने ही पिता को लाठी डंडा से मारने लगे।
मृतक की पुत्री संध्या कुमारी ने बताया कि मारपीट के दौरान दोनों बहन पिता को बचाने गए तो हमारे साथ भी मारपीट किया जिसमें इन लोगों ने पिता के सर पर टांगी से वार कर उनकी हत्या कर दी। इस बीच बचाव में हमारी दाहिना हाथ फ्रैक्चर हो गया और पीठ में भी गंभीर चोट आई है। मृतक की मंझली बेटी संध्या कुमारी ने बताया कि पिता की हत्या के बाद से अर्जुन मेहता के बड़ा बेटा नागेंद्र कुमार एवं दामाद खड़गड़ा गांव निवासी दीपक मेहता मेरे भाई अरविंद एवं अंगद को उठाने की धमकी देता है। ऐसे में थानाध्यक्ष से सुरक्षा एवं मदद की अपेक्षा हैं।
थानाध्यक्ष को दी आंदोलन की चेतावनी :
ग्रामीणों एवं परिजनों ने कहा कि हत्या के 27 दिन बीत जाने के बाद भी कुटुंबा थाना की पुलिस ने हत्यारों को गिरफ्तार करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। थाना अध्यक्ष के रवैया से नाराज होकर हम लोगों ने थाना का घेराव किया है। तीन दिन के अंदर हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं की जाती है तो हम सभी ग्रामीण एवं परिजन बाध्य होकर आंदोलन करेंगे। ग्रामीणों ने थानाध्यक्ष को हटाने की मांग की मांग की है।
हालांकि इस संबध में थानाध्यक्ष से घटना को लेकर संपर्क की गई लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।