मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। केंद्रीय बजट से अर्थव्यवस्था को कोई लाभ नहीं होने वाला है। यह बात जन अधिकार पार्टी के प्रदेश महासचिव संदीप सिंह समदर्शी ने कही हैं। समदर्शी ने कहा कि केंद्र सरकार ने इनकम टैक्स के स्लैब में जो बदलाव किए है, बढ़ती महंगाई को देखते हुए इसे 10 लाख रुपयों के इनकम को टैक्स के दायरे से बाहर करना चाहिए था। बजट में छात्रों एवं युवाओं के हितो का ध्यान नहीं रखा गया है। युवाओं में बेरोजगारी को कम करने की दिशा में केन्द्र सरकार द्वारा कोई पहल नहीं की गई।
समदर्शी ने कहा कि केंद्र के सरकारी नौकरियों में 10 लाख के करीब रिक्तियां हैं लेकिन इस पर भी कोई पहल बजट में नही की गई। देश में अर्थव्यवस्था की बदहाली हैं, वहीं युवाओं के पास नौकरी का संकट बरकरार है।
समदर्शी ने कहा कि बिहार के प्रति केंद्र का सौतेला रवैया जगजाहिर है। विशेष राज्य के दर्जे की मांग पर एक बार फिर बिहार को मायूसी ही हाथ लगी है। साथ ही राज्यों को मिलने वाली सहायता में भी केंद्र सरकार भेदभाव ही कर रही है। यह बजट पूरी तरह से बिहार विरोधी है। साथ ही नौजवान और छात्र के प्रति नकारात्मक बजट है।