मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। कला साधक पद्मश्री बाबा योगेंद्र के जन्मशताब्दी वर्ष व स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में संस्कार भारती औरंगाबाद के द्वारा चित्रकला प्रदर्शनी तथा देश भक्ति गीत आराधना का आयोजन रेड क्रॉस भवन, सदर अस्पताल औरंगाबाद के प्रांगण में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत संस्था के संरक्षक डॉ चंद्रशेखर प्रसाद, डॉ श्रीधर सिंह, डॉ जन्मेंजय, प्रांतीय अधिकारी विकास मिश्र, जिला इकाई के अध्यक्ष पंकज पटेल, सचिव चंदन गोकुल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
सह सचिव मृत्युंजय के द्वारा ध्येय गीत प्रस्तुत किया गया और कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया। अध्यक्ष पंकज पटेल ने कार्यक्रम की रूप रेखा पर चर्चा करते हुए कार्यक्रम को विस्तार से बताया। बाबा योगेंद्र के जीवन परिचय कराते हुए विकास मिश्र ने कहा कि बाबा कर्मयोगी थे। बचपन से ही चित्रकारी में गहरी रुचि थी। चित्र के माध्यम से उन्होंने देश का चित्र गढ़ा।
संरक्षक डॉ चंद्रशेखर प्रसाद ने कहा कि बाबा जी का प्रवास औरंगाबाद में रहा ये सौभाग्य की बात है। ऐसे ऋषि युगों में शायद ही कोई जन्म लेता है। डॉ श्रीधर सिंह ने बताया कि बाबा के जीवन को जानने का मौका बड़ा सुखद अनुभव देता है।
डॉ जन्मेंजय ने बताया कि मुझे बाबा जी से मिलने का कभी सौभाग्य प्राप्त तो नही हुआ लेकिन उनके जीवन को जानने के बाद उनकी छवि आंखों के सामने बन गई। उनका व्यक्तित्व अदभुत था। उनके व्यक्तित्व का अनुकरण करने की जरूरत है ताकि समाज जुड़ा रहे और देश विश्व के शिखर पर रहे। अनुभव साझा करने के पश्चात उन्होंने एक मगही गीत सुनाया जिसका बोल हम ही औरंगाबाद के।
सह सचिव मृत्युंजय कुमार ने चिट्ठी आई है गीत की प्रस्तुति दे कर समा बांध दिया। चित्रकला प्रदर्शनी में अदिति कुमारी, शौर्य कुमार, आर्यन कुमार, अमन कुमार, तानवी तरुण, शिवानी के साथ शहर के विभिन्न क्षेत्रों के बच्चों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का संचालन विकास मिश्र ने किया। धन्यवाद ज्ञापन तथा कार्यक्रम की घोषणा कोषाध्यक्ष मेघनाथ कुमार आजाद ने किया। कार्यक्रम में गायन संयोजक अमन राज, अभिषेक कुमार, पवन कुमार, मुग्धा, राजेश शर्मा, रेड क्रॉस सोसाइटी के सचिव दीपक कुमार के साथ अन्य उपस्थित रहे।