मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। धतूरे के पौधें का बीज खाने से आठ बच्चे घायल हो गए। यह घटना बुधवार की देर शाम मदनपुर प्रखंड के दक्षिणी उमगा पंचायत के रतनुआ गांव की हैं। जहां यह हादसा घटित हुई। घायलों की पहचान उस गांव निवासी राजेंद्र पासवान के 5 वर्षीय पुत्र अनीश कुमार, 5 वर्षीय पुत्री सलोनी कुमारी, कन्हाई पासवान के 6 वर्षीय पुत्र विक्की कुमार, 8 वर्षीय ललेश कुमार, 5 वर्षीय पुत्र पवन कुमार, अनिल राम के 6 वर्षीय पुत्र मोती कुमारी, मेंदु पासवान के 5 वर्षीय पुत्री सुग्गा कुमारी, नागेंद्र पासवान के 3 वर्षीय पुत्र गौतम कुमार, सुनील दास के 5 वर्षीय पुत्री काजल कुमारी शामिल हैं। इसके बाद सभी को आनन-फानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल औरंगाबाद लाया गया। जहां चिकित्सकों के द्वारा प्राथमिक उपचार किया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव में सरस्वती पूजा समारोह की तैयारी चल रही थी जिसे देखने के लिए बच्चे गए हुए थे। तभी धतूरे के पेड़ से तोड़कर उसके बीज को सभी बच्चों ने खा लिया जिसके कारण कुछ ही देर बाद सभी बच्चे धीरे-धीरे बेहोश होने लगे और उल्टियां करने लगे। इसके बाद घटना की जानकारी उनके परिजनों को दी गयी जिन्हें इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मदनपुर लाया गया जहां से प्राथमिक उपचार के बाद सभी को सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां चिकित्सकों के द्वारा प्राथमिक उपचार किया जा रहा है।
घायल बच्चों के परिजन राजेंद्र पासवान ने बताया कि हमलोग काम करने बाहर गए हुए थे जब काम से वापस घर लौटा तो देखा कि बच्चे नशे की हालत में है जब बच्चों से पूछा तो बताया कि ज़हरीला पौधा (धतूरे) तोड़कर खा लिया था जिसमें सभी को चक्कर आने लगा और कुछ बच्चे बेहोश होने लगे। फिलहाल सभी का उपचार सदर अस्पताल औरंगाबाद में चल रहा हैं।
हालांकि इस सम्बंध में शिशु वार्ड के चिकित्सक डॉ. दिनेश दुबे में बताया कि धतूरा एक पौधा होता है जो नशीला होता है जिसे गलती से बच्चों ने खा लिया। इसके बाद सभी बच्चे को चक्कर आने लगा और उल्टी होने लगा और बच्चे बेहोश हो गए। फिलहाल सभी का इलाज किया का रहा है। अब सभी बच्चे ठीक है लेकिन उल्टी होने से हालत बिगड़ भी सकती है जिसको लेकर सभी का उपचार किया जा रहा है। इधर सदर अस्पताल प्रबन्धक हेमन्त राजन ने कहा कि ज़हरीला पौधे के बीज खाने से बीमार बच्चों का इलाज़ जारी है। सभी फिलहाल खतरें से बाहर है।