मिथिलेश कुमार की रिपोर्ट
कुटुंबा(औरंगाबाद) दुनिया का सबसे बड़ा व सर्वाधिक महत्वकांक्षी सामाजिक सुरक्षा और सार्वजनिक कार्य का कार्यक्रम कहा जाने वाला मनरेगा प्रखंड क्षेत्र में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जा रहा है और संबंधित पदाधिकारी बताते हैं कि मनरेगा का कार्य इसी तरीके से होता है। प्रखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत दधपा अंतर्गत मनरेगा से ग्राम झरहा में दोमुहान से बाहा तक पईन सफाई कार्य तथा सुल्तानपुर कुटुंबा पंचायत से तमसी गेट होते हुए रसलपुर जगदीशपुर पंचायत सिवाना तक पईन सफाई कार्य किया जा रहा है। जिसमें धरातल पर 10 मजदूर काम कर रहे हैं परंतु मास्टर रोल में 40 लोगों का अटेंडेंस बनाया जा रहा है।
इस संबंध में पंचायत रोजगार सेवक सुदर्शन से बात करने पर उन्होंने बताया कि मनरेगा का कार्य इसी तरह से होता है यह केवल दधपा पंचायत में नहीं है। पूरे प्रखंड या यूं कहिए पूरे बिहार में मनरेगा में इसी तरीके से काम होता है। जब उन्हें बताया गया कि आपकी बात मीडिया कर्मी से हो रही है तब भी उनके उपर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। इसके बाद उन्होंने मामले जोर देकर कहा कि आप लोगों को सच्चाई पता है।
रोजगार सेवक सच्चाई बयान कर रहे हैं या गैर जिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं यह तो जांच का विषय है परंतु हो यही रहा है। इस मामले पर फोन से बात करने पर प्रोजेक्ट ऑफिसर कुमार शैलेंद्र ने पहले अपने कर्मी के बचाव करना चाहा परंतु जब उन्हें बताया गया की पंचायत सेवक का बयान रिकॉर्ड किया गया है तब उन्होंने कहा कि अगर रोजगार सेवक इस तरह का बयान देते हैं तो उनके ऊपर गाज़ गिरेगी।
इसकी जवाबदेही रोजगार सेवक की है। इस तरह के बयान देकर प्रोजेक्ट ऑफिसर अपनी जवाबदेही से पल्ला झाड़ रहे हैं जबकि वरीय पदाधिकारी होने के कारण विभाग में हो रही गड़बड़ी की जवाबदेही उनकी बनती है।