
औरंगाबाद। गोह प्रखंड के उपहारा थाना क्षेत्र के सहरसा गांव में एक विवाहिता को ससुराल वालों के द्वारा मारपीट कर किरोसीन तेल छिड़ककर आग लाकर हत्या करने का मामला प्रकाश में आया है। मृतका 28 वर्षीय रेखा देवी उसी गांव के बिपिन साव के पत्नी थी। मृतका का मायका दाउदनगर पुरानी शहर वार्ड नंबर दो में है। मृतका के मायके वालों ने सोने की चेन के लिए पिट-पीटकर केरोसिन तेल छिड़करकर जलाकर मारने का आरोप ससुरालवालों के ऊपर लगाया है। मृतका के दो छोटे छोटे बच्चे है। जिसमे छह साल की बेटी और पांच साल का एक बेटा है।
पिता के देहांत के बाद मां ने कराई शादी, सोने की चेन के लिए की जाती थी प्रताड़ित
मृतका के बड़े भाई उपेंद्र कुमार ने बताया कि हमलोगों के बचपना के समय ही पिताजी का देहांत हो गया था। पिताजी के जाने के बाद सारी जिम्मेदारी मां के ऊपर आ गयी। उस समय हमलोग काफी छोटे छोटे थे। फिर मां ने बहन की शादी हिन्दू रीति रिवाज से ससुराल वालों के सारे डिमांड के अनुसार कराया। लेकिन शादी के बाद ससुरालवाले सोने की चेन के किये जिद्द करने लगे। चेन के लिए कई बार ससुरालवाले लाठी डंडे, बर्तन से जमकर मारपीट की। कई बार फैसला भी हुआ लेकिन कोई बात नही बनी।
जब हमलोग बड़े हुए परिवार की जिम्मेदारी बढ़ने लगी। रोजगार करना शुरू किए। तो एक महीना पूर्व 15 हजार रुपया सोने की चेन के लिए दिया और शेष पैसा अगले माह देने को कहा। लेकिन इसके बावजूद भी वे लोग प्रताड़ित करते रहे और हमेशा मारपीट करते रहे। मायके वालों से भी बात नही करने दिया। बार बार फोन छीन लेता और मारपीट करता।
घर का दरवाजा बंद कर केरोसीन तेल छिड़ककर लगाया आग
29 नंबर दिन बुधवार को लाठी-डंडे से मारपीट कर केरोसीन तेल छिड़करकर आग लगाकर घर का दरवाजा बंद कर दिया ताकि गांव वाले ना आ सके। आग लगने के बाद चीखती चिल्लाती तड़पती रही लेकिन ससुरालवाले आग नही बुझाए। चीखने चिल्लाने के आवाज सुनकर ग्रामीण इकट्ठा हुए तो ग्रामीणों को आग बुझाने से मना करने लगा। लेकिन किसी तरह से आग को बुझाकर ग्रामीणों व स्वजनों के माध्यम से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोह में भर्ती कराया गया जहां से प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत में मगध मेडिकल गया रेफर कर दिया गया। जहां अस्पताल में भर्ती कराकर ससुरालवाले छोड़कर फरार फरार हो गए। इसके बाद किए तरह से मायकेवालों के पास कॉल कर सारी घटना की जानकारी दी।
घटना की जानकारी मिलते ही आनन-फानन में मायके वाले मगध मेडिकल कॉलेज गया पहुंचे जहां उसका उपचार किया जा रहा था। इसके बाद बुधवार की सुबह गंभीर हालत में उसे एक निजी अस्पताल ले जाने के लिए निकले लेकिन अस्पताल से निकलते ही उसने 8:50 में अपना दम तोड़ दिया। इसके बाद मायकेवाले शव लेकर उपहारा थाना पहुंचे जहां से पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कागजी प्रक्रिया पूरी कर पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल भेज दिया। जहां से पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। औरंगाबाद से पोस्टमार्टम के बाद मृतका के शव को लेकर मायके वाले उसके ससुराल सहरसा गांव पहुंचे। लेकिन दाह संस्कार के लिए कोई आगे नहीं आया। इसके बाद मायके वालों ने शव को लेकर अपने घर पहुंचे जहां सोन नदी ने गुरुवार की सुबह उसका दाह संस्कार किया गया। घटना के बाद से परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है तो वही गांव से लेकर मायके तक मातम पसरा हुआ है। घटना के बाद से ससुराल वाले सभी फरार हैं।
घटना की जानकारी देते हुए थानाध्यक्ष मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि मृतका के भाई उपेंद्र कुमार के द्वारा एफ आई आर दर्ज कराया गया है जिसमें मृतका के ससुर महेंद्र साव, पति विपिन साव, ननद रीता देवी उर्फ बुचिया देवी को नामजद आरोपी बनाया है। वहीं प्राप्त आवेदन पर एफआईआर दर्ज कर लिया गया है। इसके बाद मामले की छानबीन में पुलिस जुट गई है। जबकि इधर ससुराल वाले घर छोड़कर फरार है।