
औरंगाबाद। किशोर न्याय परिषद औरंगाबाद के प्रधान दंडाधिकारी मनीष कुमार पाण्डेय ने एक अहम बैठक में अनुपस्थित रहे कई वरीय अधिकारियों को शॉकोज किया है। अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि जिला शिक्षा पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक सह नोडल अधिकारी जे. जे. बी, उत्पाद अधीक्षक, परिवीक्षा पदाधिकारी, महिला थाना थानाप्रभारी, दाउदनगर थानाध्यक्ष एवं बारुण को आज़ की बेठक में अनुपस्थित रहने के कारण मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रधान दंडाधिकारी ने इन सभी को शॉकोज कर दिनांक 01.12.22 को संदेह उपस्थित होकर स्पष्टीकरण परिषद में समर्पित करने का आदेश दिया है। वहीं सिविल सर्जन को आदेश दिया गया है कि डाक्टरों की गवाही समय पर सुनिश्चित करवाएं। मौके पर उपस्थित थानाध्यक्षों से कहा कि आरोप पत्र एवं कांड दैनिकी समय पर प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें अन्यथा विवश होकर वेतन में कटौती किया जाएगा।
निरीक्षण के दौरान 12 किशोर किए गए चिन्हित
आज किशोर न्याय परिषद औरंगाबाद के एक टीम ने मंडल कारा औरंगाबाद भ्रमण किया। इस दौरान 12 बच्चों का किशोर चिन्हित किया जिनका आवेदन विभिन्न न्यायालय में विचाराधीन हैं। वहीं मौके पर मंडल कारा के कर्मियों को आवश्यक निर्देश किशोर न्याय परिषद औरंगाबाद के सदस्य अरूण कुमार सिंह एवं महिला सदस्य संजू कुमारी ने दिया।