
औरंगाबाद। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वाधान में 12 नवंबर को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत की सभी तैयारिया पुरी कर ली गयी है। यह अधिसूचना जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह प्राधिकार के अध्यक्ष रजनीश कुमार श्रीवास्तव द्वारा जारी किया गया है। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह प्राधिकार के सचिव प्रणव शंकर द्वारा बताया कि व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद के लिए 08 बेंचों का गठन किया गया है जिसमें वादों का त्वरित निष्पादन किया जायेगा। इसके अलावा अनुमण्डलीय व्यवहार न्यायालय दाउदनगर के लिए 02 बेंचों का गठन किया गया है जहां पर सुलहनीय वादों का निस्तारण की कार्रवाई की जायेगी।
सचिव ने बताया कि व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में लोक अदालत में वादों के निष्पादन हेतु बेंच संख्या 01 मोटर दुर्घटना वाद, ईजराय वाद, भरण-पोषण वाद तथा पारिवारिक मामलें, बेंच संख्या 02 पर बैंक ऋण से संबंधित वाद, 03 पर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी एवं अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधकारी (अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी, प्रथम एवं तृतीय के न्यायालय को छोड़कर), 04 पर अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी, प्रथम एवं तृतीय के न्यायालय से संबंधित सुलहनीय वाद निष्पादन, 05 में अनुमण्डलीय न्यायिक दण्डाधिकारी एवं एनआईएक्ट से संबंधित वाद बेंच संख्या 06 में विद्युत, वन, श्रम, परिवहन, मापतौल, टेलीफोन तथा अन्य सभी दिवानी वाद एवं 07 पर नेहा दयाल, कणिका शर्मा एवं सुदीप पाण्डेय न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी के न्यायालय से संबंधित सुलहनीय वाद बेंच संख्या 08 पर नेहा, सचिन कुमार एवं शाद रज्जाक के न्यायालय से संबंधित सुलहनीय आपराधिक वाद का निस्तारण हेतु गठित की गयी है।
इसी प्रकार अनुमण्डलीय न्यायालय दाउदनगर के लिए बेंच संख्या 09 पर अनुमण्डलीय न्यायिक दण्डाधिकारी के न्यायालय से संबंधित आपराधि वाद एवं द0प्र0सं0 की धारा 107 एवं 144 से संबंधित एवं सभी वाद का निस्तारण किया जायेगा। वहीं 10 पर सभी न्यायिक दण्डाधिकारी, दाउदनगर न्यायालय से संबंधित सुलहनीय आपराधिक वाद का निस्तारण की कार्रवाई की जायगी जिसके लिए आज तैयारी पूर्ण कर ली गयी है। सचिव द्वारा बताया कि विभिन्न न्यायालयों तथा बैंक ऋण से संबंधित लगभग पांच हजार नोटिस पक्षकारों को तामिला करायी गयी है तथा दो हजार वादों का निस्तारण का लक्ष्य है जिसका साकारात्मक परिणाम मिलने की संभावना है।
सचिव द्वारा यह भी बताया गया कि इस बार कि लोक अदालत विशेष कानूनी जागरूकता कार्यक्रम के द्वारा नागरिकों को सशक्तिकरण जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम के साथ मनाया जा रहा है। इसका व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार किया गया है। इसलिए जागरूकता के माध्यम से चलाये गये अभियान में जिन-जिन लोगों तक इसका पैगाम पहुंचा है स्वयं भी लोक अदालत के दिन आकर अपने वादों को निस्तारण कराने में विशेष रूचि लें और इसका अधिक से अधिक फायदा आप लोगो को मिले इसके लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकार तत्पर है।
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