– डी के यादव
कोंच(गया) बाल विकास परियोजना द्वारा संचालित आंगनबाड़ी केंद्र की दयनीय स्थिति है। जो अपने उद्देश्य से भटका हुआ नजर आ रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में केंद्र कब खुलता और कब बंद होता है इसका पता भी लोगों को नहीं चल पाता है। यह कहना गलत नहीं कि केंद्रों का संचालन कागजों पर ही किया जा रहा है।शुक्रवार को गरारी पंचायत के मुखिया पूजा कुमारी ने गरारी मठिया आंगनबाड़ी केंद्र की पड़ताल की। जिसमें कई खामियां देखने को मिली। मुखिया शुक्रवार को दोपहर एक बजे आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 77 पर पहुंची। जहां केंद्र पर इक्के दुक्के बच्चे और सहायिका थीं पर सेविका अनुपस्थित थी। पोषक क्षेत्र के केंद्र का संचालन भगवान भरोसे किया जा रहा है। केंद्र की सेविका ललिता कुमारी अक्सर गायब रहती हैं। कभी-कभार केंद्र पर नजर आती है। जब इस संबंध में मुखिया ने सुपरवाइजर से बात कीं तो बताया गया कि वह छुट्टी पर है। व्हाट्सएप पर भेजकर 6 अप्रैल से 10 अप्रैल तक छुट्टी पर गई हुई हैं। वहीं, मुखिया ने बताया कि केंद्र पर अकेले सहायिका कुर्सी पर बैठी नजर आई। सेविका को बिना छुट्टी के गायब रहने से लोगों को परेशानी हो रही है।