क्राइम

नरबली के आरोप में चार अभियुक्त गिरफ्तार, एक किशोर निरुद्ध , क्रूरता पूर्वक पसुली से बुजुर्ग की हत्या 

मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। अंधविश्वास किसी समाज के लिए एक बीमारी की तरह है। इसकी चपेट में आकर लोग अक्सर गलत कदम उठाते हैं। बिहार के औरंगाबाद जिले से अंधविश्वास का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें एक बुजुर्ग को नरबली दे दी हैं। इसका मदनपुर पुलिस ने न सिर्फ़ खुलासा किया हैं , बल्कि कांड के पांच अभियुक्तों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया हैं। हालांकि कांड का मुख्य अभियुक्त अभी फरार हैं। इसमें पूर्णाडीह गांव निवासी सुधीर पासवान , पूर्णाडीह मांझीटोला पक्का पर निवासी नन्हकू उर्फ संजीत कुमार भुईयां, करण भुईयां उर्फ रौशन कुमार , धर्मेन्द्र रिकियासन को गिरफ्तार किया गया हैं। तथा एक विधि विरुद्ध किशोर को निरुद्ध किया गया हैं। इनके पास से हत्या में प्रयुक्त किया गया पसुली, मृतक का एक जोड़ी चप्पल, मृतक का साईकिल एवं नरमुंड बरामद किया गया हैं। दरअसल मामला 19 मार्च 2025 की हैं, मदनपुर थाना क्षेत्र के गुलाब बिगहा के होलिका से एक व्यक्ति का धड़  बरामद किया गया था। जबकि सिर गायब था। इसके बाद आसपास सनसनी फैल गई थी, पुलिस की जांच-पड़ताल से पता चला की , नरमुंड गुलाब बिगहा निवासी 65 वर्षीय युगल यादव का हैं। बताया जाता हैं कि युगल यादव 13 मार्च 2025 को होलिका दहन के दिन घर से निकले थे, लेकिन वापस घर नहीं लौटे हैं। परिजनों के द्वारा आशंका जाहिर की गई थी कि मृतक के शरीर को होलिका के आगजा में रखकर जला दिया गया हैं। कांड की गंभीरता को लेकर पुलिस अधीक्षक अम्बरीश राहुल के द्वारा मदनपुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। गठित विशेष टीम के द्वारा आसूचना संकलन के आधार पर तीन-चार दिनों के अंदर पूर्णाडीह गांव के समीप बंगरे के होलिका दहन सामग्री से अपहृत व्यक्ति का हड्डी मिलने की बात प्रकाश में आयी। इसके बाद पुलिस के द्वारा होलिका दहन वाले स्थल से अपहृत व्यक्ति का चप्पल बरामद हुआ तथा पास के पुलिया पर खून का निशान पाया गया। वह खून का निशान तथा बरामद हड्डी वाले स्थान होते हुए रामाशीष रिकियासन के घर पर पहुंच गया जहां रामाशीष पुलिस की भनक पाकर फरार हो गया। मामले में उसके रिश्तेदार धर्मेंद्र रिकियासन से आवश्यक पूछताछ की गई तो हत्याकांड का खुलासा हुआ। इसके बाद धर्मेंद्र के निशानदेही पर अपहृत व्यक्ति का साईकिल बरामद किया गया। वहीं घटना स्थल पर पुलिस ने रात भर कैंप कर कुदाल से 01 फीट तक जमीन को खोदा गया। अगले दिन सुबह खोदे गए जमीन के पास के ही गेहूं के खेत से मृतक की सिर को बरामद किया गया। घटना में प्रयुक्त हथियार पूर्णाडीह एवं मजरेठी गांव के बीच एक नाला से पसुली बरामद किया गया। इसके बाद पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया तथा एक विधि विरूद्ध बालक को निरूद्ध किया गया। पुलिस अधीक्षक अम्बरीश राहुल ने बताया कि पूर्णाडीह गांव निवासी सुधीर पासवान की पत्नी को बच्चा न होने पर तांत्रिक रामाशीष रिकियासन ने तांत्रिक अनुष्ठान कर मानव बलि देने का सुझाव दिया था, जिसमें अभियुक्तों ने घटना को अंजाम दिया। पूछताछ में अभियुक्तों ने अपना अपराध स्वीकार किया हैं। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मदनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत एक अन्य मामले में एक लडके का कटा हुआ सिर बरामद किया गया था। वहीं लड़के का धड़ एक कुंए से बरामद किया गया था जिसमें रामाशीष रिकियासन की संलिप्ता सामने आई हैं। फ़िलहाल मामले की जांच-पड़ताल की जा रही हैं। पकड़े गए चार अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया, वहीं विधि विरुद्ध किशोर को बाल सुधार गृह भेज दिया गया। इस कार्रवाई में थानाध्यक्ष राजेश कुमार सहित अन्य पुलिस बल शामिल थे।

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