रफीगंज से – डी.के यादव की रिपोर्ट
मगध हेडलाइंस: रफीगंज(औरंगाबाद) मेडिकल स्टाफ यानी डॉक्टर, नर्स इत्यादी को अक्सर भगवान की संज्ञा दी जाती है क्योंकि धरती पर जान बचाने का साहस और प्रतिभा केवल उनमें ही मौजूद है। इसी त्याग और समर्पण के भाव को दुनिया को बताने के लिए पूरा विश्व 12 मई यानी फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्मदिवस को हर साल इंटरनेशनल नर्स डे के रूप में मनाता है। इस दिन का उद्देश्य नर्स को उनके कार्य के लिए सम्मान देना है।
इतिहास :- 1965 में इंटरनेशल काउंसिल ऑफ नर्स (आईएनसी) ने इंटरनेशनल नर्स डे को मनाना शुरू किया था। इस दिन यानी 12 मई को मॉर्डन नर्सिंग की संस्थापक फ्लोरेंस नाइटिंगेल की जयंती के रूप में भी मनाया जाता है। फ्लोरेंस एक समाज सुधारक और इंग्लिश नर्स थीं। फ्लोरेंस नाइटिंगेल वह थी जिन्होंने नर्सिंग के प्रोफेशन में अपने कदम रखे और इसे एक प्रसिद्ध प्रोफेशन बना दिया। इंटरनेशनल नर्स डे का उद्देश्य दुनिया भर में नर्सों को सम्मानित कर उनके महत्व पर प्रकाश डालना है।