पूर्व मुखिया ने मंदिर निर्माण के लिए दान में दिये जमीन
समाजसेवा से बड़ा कोई कार्य नहीं : डॉ चंदन
औरंगाबाद। बदलते दौर में जब एक एक इंच जमीन के लिए लोग अपने ही सगे रिश्तेदारों एवं करीबियों की जान लेने में नहीं हिचकते हैं तो, ऐसे में पूर्व मुखिया डॉ चंदन कुमार के द्वारा एक कट्ठा जमीन मंदिर निर्माण के लिए ग्रामीणों को दान में दिया है जिसकी लागत करीब 10 लाख रूपये के आस-पास होगी। यूं तो सभी दान महत्वपूर्ण होते हैं लेकिन गांव – समाज के कल्याण के लिए बेशकीमती जमीन दान में देना बहुत बड़ी बात होती है। दसअसल यह मामला बारूण प्रखंड के नगर पंचायत बारूण क्षेत्र अंतर्गत गोवर्धन बिहार बारूण निवासी पूर्व मुखिया डॉ चंदन कुमार द्वारा लगभग एक कट्ठा आवासीय जमीन को छठ घाट निर्माण के लिए ग्रामीणों को दान स्वरूप उपलब्ध कराया गया है। वही ज्ञातव्य है कि इस जमीन पर छक्कन बिगहा के समाजसेवी सुरेंद्र कुमार के सौजन्य से चार दिवारी एवं कुएं का जीर्णोद्धार, घेराबंदी, ईंट सोलिंग लगाकर छठ घाट का निर्माण कराया गया। घाट के लिए जमीन उपलब्ध कराने पर ग्रामीणों ने पूर्व मुखिया की काफी प्रशंसा की गयी। वही इस कार्य की सराहना करते हुये उन्हें ग्रामिणों ने धन्यवाद दिया है। इस सामाजिक कार्य की काफी चर्चा है। वहीं आपकों बता दे की डॉ चंदन कुमार के द्वारा कोरोना काल में भी जरूरतमंदों की मदद के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ा जितना हो सका उन्होंने ऑक्सीजन सिलेंडर से लेकर अन्य आवश्यक सामग्रियां उपलब्ध कराने का काम किया। इस अवसर पर नवनिर्मित छठ घाट का उद्घाटन पूर्व शिक्षक राम बचन सिंह, पूर्व शिक्षक रामप्रवेश सिंह, पैक्स अध्यक्ष केदार यादव एवं सुरेंद्र कुमार के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। वहीं इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु महिला व पुरुष के साथ लक्ष्मण सिंह, बंसी सिंह, लखन साव, मुन्ना साव, हरीश साव, रामाश्रय सिंह, रामजी सिंह एवं गेम ऑन साव के साथ अन्य लोग उपस्थित थे। छठ घाट की जमीन उपलब्ध कराने के संबंध में घाट निर्माता सुरेंद्र कुमार ने बताया कि गोवर्धन बिगहा में भूमि अधिग्रहण के कारण गांव का अधिकांश जमीन रेलवे में चला गया है। ग्रामीणों को आवास छोड़कर कोई जमीन नहीं बचा है। गांव के बाहर अगल बगल भी डॉ चंदन कुमार का जमीन होने के कारण ग्रामीण हमेशा शादी-विवाह एवं सार्वजनिक कार्य हेतु उनके जमीन का इस्तेमाल किया करते हैं। इसी सिलसिले में हमने उनसे जमीन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था जिस पर सहमत होते हुए उन्होंने भविष्य में इस गांव में ग्रामीणों की राय पर मंदिर तथा विद्यालय के निर्माण में भी अपनी जमीन उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया था। जो आज मंदिर निर्माण का आश्वासन पूरा किया। इसके साथ ही आशा करता हूं कि विद्यालय निर्माण के आश्वासन को भी वे भविष्य में पूरा करेंगे। इसके लिए पूरे गांव की तरफ से मैं पूर्व मुखिया डॉ चंदन कुमार को धन्यवाद एवं हार्दिक बधाई देता हूं। वहीं भूमिदाता डॉ कुमार का कहना हैं कि समाज सेवा से बड़ा पुण्य कार्य कोई नहीं। समाज सेवा अगर नि:स्वार्थ भाव से की जाए तो मानवता का कर्तव्य सही मायनों में निभाया जा सकता है। मानव होने के नाते हमारा पहला धर्म जन सरोकार से जुड़कर मानवता का परिचय देना है।