औरंगाबाद। कृषि विज्ञान केन्द्र सिरिस औरंगाबाद में बायोटेक किसान हब परियोजना के अन्तर्गत कृषि वैज्ञानिक मिलन समारोह का आयोजन किया गया। केन्द्र के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ नित्यानद, जिला कृषि पदाधिकारी औरंगाबाद, परियोजना निदेशक आत्मा, जिले एवं केन्द्र के अन्य वैज्ञानिको ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कृषक वैज्ञानिक मिलन समारोह कार्यक्रम के दौरान वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ नित्यानंद ने सबसे पहले केन्द्र मे आए हुए अतिथि, किसानो एवं महिला किसानों का स्वागत एवं अभिनंदन किए उसके बाद बायोटेक किसान हब परियोजना के मुख्य उद्देश्यों की जानकारी दिये तथा खेती के दौरान आने वाली समस्याओं व उसके निदान के बारे में जानकारी दी। साथ ही कई बिन्दुओं पर खेती के कार्य में आने वाली समस्याओं जैसे रबी फसल की बुआई का सही समय, खरपतवार नियंत्रण, किट एवं पौध रोग नियंत्रण के समाधान के बारे में किसानों को बताया। जिला कृषि पदाधिकारी ने कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के बारे मे विधिवत जानकारी दिए तथा किसानो को बताए की इस बार किसानो को कोई भी समस्या नहीं होने देंगे एवं सही समय पर किसानो को बीज एवं उर्वरक मिलेगा साथ ही किसानो को अपने खेती मे लागत कम करने के बारे मे विधिवत जानकारी दिए। परियोजना निदेशक, आत्मा श्री सुधीर कुमार ने आत्मा के द्वारा संचालित परियोजनाओ के बारे मे किसानों को विधिवत जानकारी दिए तथा आत्मा के द्वारा बनाए जाने वाले समूह के बारे मे जानकारी दिए। इस मौके पर पंकज कुमार सिन्हा ने धान की फसल कटाई के बाद फसल अवशेष मे ही हैप्पी सीडर से गेंहु, मसूर ओर चना की बुआई, पोषक तत्व प्रबंधन तथा इससे होने वाले लाभों के बारे मे किसानों को विधिवत जानकारी दिए। ईजीनियर रवि रंजन कुमार ने किसानों को फार्म मशीनरीकरण की विधिवत जानकारी दिए तथा इन्होंने कहा की अब बिना मशीनीकरण के खेती संभव नही है। डॉ सुनीता कुमारी ने किसानो को मशरूम उत्पादन के साथ साथ वेल्यू एडिसन के बारे मे तकनीकी जानकारी दी।
पशुपालन वैज्ञानिक डॉ आलोक भारती ने किसानों को पशु पालन, बकरी पालन, मुर्गी पालन के बारे मे विधिवत जानकारी दिए जिससे किसानों को अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सके। इस कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ संगीत मेहता ने केला उत्पादन की तकनीकी जानकारी दी एवं साथ ही साथ सब्जी उत्पादन, फल उत्पादन एवं इनमे लगाने वाले किट एवं रोगों से निदान के बारे मे बताए। कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ अनूप कुमार चौबे ने किया एवं किसानों को मौसम पूर्वनुमान के बेरे मे विधिवत जानकारी दिए जिससे किसानो को आगे आने वाले पांच दिनों मौसम के जानकारी के साथ साथ खेती की सम्पूर्ण जानकारी हर समय उनको मिलती रहेगी जिससे किसानों को इससे अधिक लाभ प्राप्त कर सकते है। इस कार्यक्रम मे किसानों के साथ परिचर्चा का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम में केन्द्र के कर्मचारी दिनेश कुमार, किसलय कुमार प्रभाकर, अरविन्द कुमार, राकेश कुमार, हरे राम, रूपम कुमारी, आनन्द कुमार, चन्दन कुमार, दीपक एवं लवकुश ठाकुर तथा विभिन्न विश्वविधालय से आए हुए आरडब्लूई छात्र एवं 1057 किसान एवं महिला किसान उपस्थित रहे। सभी किसानों को केन्द्र मे लगे जलवायु अनुकूल खेती प्रक्षेत्र को भी दिखाया गया प्रक्षेत्र देख करके किसानों ने काफी खुश दिख रहे थे। कार्यक्रम का धन्यबाद ज्ञापन ई. रवि रंजन कुमार ने किया एवं कृशलय कुमार प्रभाकर ने सूचना प्रधौगिकी का कृषि तकनीकी प्रसार कार्य मे भूमिका को प्रत्यक्ष रूप से परिलक्षित किया।