सांसद ने सरकार से घटना को फास्ट ट्रैक कोर्ट ले जाने का की अपील, मामले में तीन गिरफ्तार, दो फरार
औरंगाबाद। औरंगाबाद ज़िले में एक दिल दहलादेने वाली घटना सामने आयी है जिसमें कथित रूप से एक तरफ़ युवती के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना बतायी जा रही हैं तो वहीं, दूसरे तरफ प्रेम प्रसंग का मामला बताया जा रहा है। हालांकि मामला जो भी हो लेकिन अब तक पुलिस ने तीन आरोपियों को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है। बताया जाता है कि घटना के पांच आरोपी और युवती एक ही गांव के रहने वाले हैं। आरोपियों ने युवती को अगवा कर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया और विरोध करने पर मारपीट किया जिससे वह बुरी तरह जख्मी हो गयी। वह किसी तरह से आरोपियों के चंगुल से भाग कर अपने घर आयी और परिजनों को सारी बात बतायी जिसके बाद परिजनों ने इस शर्मनाक घटना की जानकारी मदनपुर थाना को दी। पिड़ीता की गंभीर स्थिति को देखते हुए शनिवार की शाम करीब 8 बजे औरंगाबाद सदर अस्पताल लाया गया और उसका मेडिकल जांच कराया गया। इधर घटना की जानकारी मिलते ही पिड़ीता व उसके परिजनों से मिलने सांसद सुशिल कुमार सिंह सदर अस्पताल पहुंचे। घटना की कड़ी निंदा करते हुए सरकार व जिला प्रशासन से मांग किया है कि सभी सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों के विरुद्ध जल्द से जल्द कठोर से कठोर कानूनी कार्यवाई की जाय। कहा कि यह बेहद ही घृणित कार्य हैं। जो यह मानवता को शर्मशार किया हैं। इसकी समाज में पुनरावृति ना हो जिसको लेकर सरकार इस घटना को फास्ट ट्रैक कोर्ट ले जाय। ताकि इन दरिंदो को तुरंत सजा मिले सके और समाज में कानून व्यवस्था व शासन के प्रति अच्छा संदेश जाय। कहा कि इन आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाई की जाय। उन्होंने पीड़ीत परिजनों को किसी से डरने व दबने की बात नहीं हैं। उन्होंने पीड़ितों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
निरीक्षण के दौरान डेढ़ महीने से ख़राब आईसीयू पर जमकर बरसे सांसद
वहीं, उन्होंने अस्पताल का निरिक्षण किया जिसमें पाया की आईसीयू का एससी करीब डेढ़ महीने से खराब है जिसके चलते इसका लाभ जरूरतमंद मरीजों नहीं मिल रहा है। वेंटीलेशन भी खराब पाया गया। मामले में कहा कि एक – दो दिन तक खराब होना तो समझ में आता है लेकिन डेढ़ महीनों से आईसीयू ख़राब होना बड़ी बात है जिसमें अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही साफ दिखती है। कहा कि इस मामले में सिविल सर्जन और डीपीएम आखिर करते क्या है? इस मामले में जो भी जिम्मेदार व दोषी हैं उनके विरुद्ध कार्यवाई होनी चाहिए। कहा कि मेरे प्रयास से ही यह आईसीयू वर्ष 2017 में लगभग पौने दो करोड़ की लागत से तैयार किया गया था। लेकिन प्रबंधन की लापरवाही एवं मनमानी से इसका लाभ मरीजों को नहीं मिल रहा है। इस मौके पर भाजपा मीडिया प्रभारी जितेंद्र कुमार सिंह सहित कई अन्य उपस्थित थे।