
– मिथीलेश कुमार –
मगध हेडलाइंस अंबा (औरंगाबाद): सरकार जन वितरण प्रणाली के माध्यम से गरीबों की थाली में दो वक्त की रोटी पहुंचाने का भरसक प्रयास कर रही है। परंतु सरकार से गरीबों की थाली तक अनाज पहुंचाने वाले तंत्र में कुछ ऐसे गिद्ध रूपी अधिकारी शामिल हैं जो गरीबों के मुंह तक निवाला पहुंचने से पहले ही उसे डकार जा रहे हैं। कुटुंबा प्रखंड क्षेत्र के ग्रामपंचायत वर्मा अंतर्गत सैदपुर गांव में ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है। उक्त गांव के रहने वाले कई लोगों ने जन वितरण प्रणाली विक्रेता पर आरोप लगाया है कि वे गरीबों को प्रतिमाह मिलने वाले अनाज में कटौती कर खराब अनाज का वितरण करते हैं। सैदपुर गांव निवासी श्याम बिहारी पासवान ने बताया कि सतीश भुइयां मोजहिदा गांव में जन वितरण प्रणाली की दुकान चलाते हैं। राशन कार्ड में शामिल परिवार के प्रत्येक सदस्य को मिलने वाले पांच किलो राशन में हर सदस्य से एक या दो किलो राशन काटा जाता है। उसी गांव के रहने वाले भिखर पासवान ने कहा कि विरोध करने पर डीलर कहते हैं कि आप लोगों को जहां जाना है वहां जाइए। जिलाधिकारी की उपस्थिति में प्रखंड मुख्यालय में हुई समीक्षा बैठक के दौरान ग्राम पंचायत वर्मा के पंचायत समिति सदस्य ने अजय मेहता ने जन वितरण प्रणाली विक्रेताओं के कार्यकलाप को लेकर सवाल उठाए थे। जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिया था लोगों की समस्याओं का त्वरित निष्पादन किया जाए। जिलाधिकारी के निर्देश के बाद भी लोगों की समस्या बनी हुई है। ग्रामीणों ने मामले की जांच कर जन वितरण प्रणाली विक्रेता के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की मांग की है।







