मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। सोशल मीडिया के दौर में जहां एक ओर निजता खतरे में है, वहीं दूसरी ओर कुछ साइबर आपराधी लड़कियों, महिलाओं और लोगों की फोटो ए़डिट कर ब्लैकमेलिंग को अंजाम दे रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें एक 17 वर्षीय किशोर ने महिला का अश्लील तस्वीरें और अपत्ति जनक बाते सोशल मीडिया पर फर्जी आईडी बनाकर वायरल कर दिया। मामले में पीड़ित महिला ने साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई जिसमें पुलिस अधिक्षक स्वप्ना गौतम मेश्राम के निर्देश पर पुलिस उपाधीक्षक सह थानाध्यक्ष आकाश कुमार यादव नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन कर अनुसंधान टीम द्वारा तकनीकी साक्ष्यों का संकलन करते हुये एक आरोपित किशोर को निरुद्ध किया गया। किशोर नगर थाना क्षेत्र के एक जगह का रहने वाला है। इस दौरान उसके पास से घटना में प्रयुक्त एक मोबइल फोन बरामद किया गया है। पुलिस उपाधीक्षक सह थानाध्यक्ष ने दी मामले की जानकारी – जानकारी देते हुऐ पुलिस उपाधीक्षक सह थानाध्यक्ष आकाश कुमार यादव ने बताया कि पीड़ित महिला के द्वारा 03.09.23 को दर्ज़ प्राथमिकी के आधार पर मामले की गंभीरता से छानबीन की गई जिसमें एक आरोपित नाबालिग किशोर को निरुद्ध किया गया है। मामले में आवश्यक कार्रवाई के उपरांत बाल सुधार गृह भेज दिया गया। इस तरह की अपराध से लोगों को बचने की अपील – उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर अपराध है, इससे लोगों को बचना चाहिए। अन्यथा पकड़े जाने पर आईटी एक्ट की धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी और बदमाश को पकड़ कर जेल भेजा जाएगा। साथ ही उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि इस तरह की घटना किसी भी अन्य महिला या युवती के साथ हुई हो तो वह निर्भिकता से पुलिस के समक्ष अपना पक्ष रखे पुलिस द्वारा उसकी पहचान पुर्णतया गोपनीय रखी जाएगी। इस कार्रवाई में मुफस्सिल अंचल पुलिस निरीक्षक विजय सिंह, साइबर थाना के पुलिस निरिक्षक अशोक कुमार, सिपाही चंदन कुमार, रोहित कुमार, अजित कुमार, अनामिका कुमारी, मांशी कुमारी, टेक्निकल टीम एवं डीआईयू टीम शमिल हैं।
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