मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के एक दिवसीय औरंगाबाद दौरे के बहाने पार्टी ने न केवल शक्ति प्रदर्शन की कोशिश की बल्कि एक तरह से अपना पूरा कार्यक्रम इस प्रकार से बनाया गया था कि इसमें समाज के सभी वर्गों को पार्टी के साथ होने का संदेश दिया जा सकें। साथ ही सम्राट चौधरी के इस दौर के क्रम में पार्टी नेतृत्व में स्थानीय स्तर पर पूरी एकजुटता और उत्साह दिखाने की भी कोशिश की गई जिसमें लोगों का मानना है कि भाजपा अपने शक्ति प्रदर्शन में खासी सफल भी रही है। सड़क मार्ग से आए सम्राट चौधरी के जोरदार स्वागत का सिलसिला औरंगाबाद जिले के प्रवेश स्थल यानी ठाकुर बिगहा से ही शुरू हो गया था हर थोड़ी जगह दूरी पर कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत करने के लिए खड़े थे और पूरे रास्ते सहित जिला मुख्यालय को भारतीय जनता पार्टी के झंडे पोस्टर से पाट दिया गया था। सम्राट चौधरी का कार्यक्रम भी कुछ इस तरीके से बनाया गया था जिसमें वह अधिक से अधिक जनता के बीच में रह सकें। इसी क्रम में एक साइकिल रैली भी निकाली गई जिसकी शुरुआत शाहपुर अखाड़ा से की गई। विदित हो कि शाहपुर अखाड़ा क्षेत्र अति पिछड़ा वर्ग का गढ़ माना जाता है और यहां से साइकिल रैली की शुरुआत कर पार्टी ने पिछड़ा वर्ग में अपने समर्थन को प्रदर्शित करने की कोशिश की। साइकिल यात्रा का नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी एवं सांसद सुशील कुमार सिंह ने किया। पूरा जिला मुख्यालय बाजार लगभग पार करते हुए यह काफिला कारगिल शहीद शिव प्रसाद गुप्ता के स्मारक तक पहुंचा। इस बीच औरंगाबाद की जामा मस्जिद के पास मुस्लिम समुदाय के लोगों ने प्रदेश अध्यक्ष के काफिले को रोक कर उन पर पुष्प वर्षा की तथा प्रदेश अध्यक्ष जिंदाबाद के नारे लगाए। भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय दिग्गज सुशील कुमार सिंह सहित अन्य नेता तथा स्वयं प्रदेश अध्यक्ष ने इसे भारतीय जनता पार्टी की संपूर्ण समाज और संपूर्ण धर्म के लोगों में स्वीकार्यता के रूप में रेखांकित किया। भाजपा के कार्यकर्ता सम्मेलन में भी जिस तरह से भीड़ उमड़ी उसने विपक्षी दलों के कान तो अवश्य खड़े कर दिए हैं।
कार्यकर्ताओं में किसी प्रकार का भ्रम ना हो इसलिए नीतीश कुमार पर पार्टी के सभी नेताओं ने लगातार हमला किया और स्वयं प्रदेश अध्यक्ष ने कई बार दोहराया कि अब नीतीश कुमार के साथ भविष्य में कोई गठबंधन नहीं होगा। भाजपा नेताओं की कोशिश नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियां बताने के साथ-साथ नीतीश कुमार की सरकार को अपराध तथा विकास के अन्य मुद्दों पर घेरने और भाजपा का साथ छोड़कर राजद का साथ देने की घटना को भी रेखांकित करते हुए उन्हें कटघरे में खड़ा करने की थी। इसलिए सभी वक्ताओं ने लगभग इस दिशा में ही अपना संबोधन दिया। प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी कार्यकर्ताओं को जिस प्रकार बूथ स्तर पर जाकर प्रत्येक बूथ पर काम करने का निर्देश दिया उसने यह स्पष्ट संकेत दे दिया है कि यह चुनाव की तैयारी की हरी झंडी है और अब भाजपा पूरी तरह से चुनावी मोड में आ चुकी है। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, सांसद सुशील कुमार सिंह, विधान पार्षद सदस्य दिलीप सिंह, कोऑपरेटिव अध्यक्ष संतोष कुमार सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष धीरेंद्र सिंह, प्रदेश भाजपा नेता प्रमोद चंद्रवंशी, प्रदेश मंत्री त्रिविक्रम नारायण सिंह, जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा पूर्व विधायक सह प्रदेश प्रवक्ता मनोज शर्मा, पूर्व विधान पार्षद सदस्य राजन सिंह, प्रदेश कार्य समिति सदस्य गोपाल शरण सिंह, प्रदेश कार्य समिति सदस्य अनिल सिंह, प्रदेश मंत्री रत्नेश कुशवाहा, प्रदेश मीडिया प्रभारी राजीव रंजन, रेड क्रॉस के अध्यक्ष सतीश सिंह, पूर्व जिला अध्यक्ष संजय मेहता, राजेश वर्मा सुनील सिंह उदय गुप्ता, अश्विनी सिंह सुरेश शर्मा राजेंद्र तिवारी विकास राय, अशोक सिंह विनय शर्मा पुरुषोत्तम सिंह, ज़िला मीडिया प्रभारी मितेंद्र कुमार सिंह, अमित दांगी सहित कई अन्य मौजूद थे।