– मिथिलेश कुमार –
मगध हेडलाइंस: अंबा (औरंगाबाद)। प्रखंड मुख्यालय के परिसर में बुधवार को खरीफ महाभियान – 2023 के तहत प्रखंड स्तरीय खरीफ प्रशिक्षण सह उपादान वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रखंड प्रमुख धर्मेंद्र कुमार, उप परियोजना निदेशक आत्मा शालिकग्राम सिंह, प्रखंड कृषि पदाधिकारी कृष्ण देव चौधरी एवं पंचायती राज पदाधिकारी हरेंद्र चौधरी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
महाभियान को संबोधित करते हुए प्रमुख ने कहा कि किसी एक फसल पर किसानों को निर्भर नहीं रहना चाहिए। भूमि का क्षेत्रफल घट रहा है ऐसे में उन्नत तकनीक से उच्चतम उत्पादन करने के लिए किसानों को जागरूक होने की जरूरत है। आत्मा अध्यक्ष बृज किशोर मेहता ने उधानिकी फसल जैसे स्ट्राबेरी ड्रैगन फ्रूट, तरबूज, पपीता, अमरूद तथा सेब की खेती की जानकारी दी। कृषि वैज्ञानिक ने जलवायु परिवर्तन को मद्देनजर धान रोपनी के पूर्व नर्सरी का प्रबंधन, खरपतवार नियंत्रण तथा धान के फसल में लगने वाले किट से निवारण संबंधित जानकारी दी।
उन्होंने किसानों को नैनो यूरिया का उपयोग करने की सलाह दी। उप परियोजना निदेशक आत्मा ने बताया की संस्था एक कार्यक्रम चलाती है जिसमे मैट्रिक पास युवक एक माह का सर्टिफिकेट कोर्स कर के खाद,बीज, दवा का अनुज्ञप्ति लेकर दुकान खोल सकते हैं। महाभियान में प्रखंड तकनीकी प्रबंधक नरेश प्रसाद, लेखापाल अभिषेक कुमार, सहायक तकनीकी प्रबंधक सन्नी कुमार, देवरंजन कुमार वर्मा आदि उपस्थित थे।
महाभियान में दिखा किसान सलाहकार संघ के हड़ताल का असर –
खरीफ महाभियान के दौरान किसानों की उपस्थिति बहुत कम दिखी। किसान सलाहकार ऐसी कड़ी है जो किसानों को प्रखंड कृषि कार्यालय से जोड़ कर रखते हैं। उनके हड़ताल पर जाने से किसानों से संपर्क स्थापित नहीं हो पाया जिसके कारण खरीफ महाभियान में किसानों की उपस्थिति कम दिखी। इधर किसान सलाहकार संघ के प्रखंड अध्यक्ष रमाकांत कुमार ने बताया कि संघ की मांगों को लगातार अनदेखी करने के कारण सभी किसान सलाहकार अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। सरकार न्यूनतम दैनिक मजदूरी से भी कम वेतन देकर हमसे काम लेती है। जबकि किसान सलाहकार की उपस्थिति के अभाव में कृषि विभाग की कोई भी योजना धरातल पर सफल नहीं हो सकती। खरीफ महाभियान का फेल होना इसका उदाहरण है।