मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। ऐसे बच्चे जिनके दिल में जन्म से ही छेद हो उसके इलाज को लेकर सरकार द्वारा “बाल हृदय योजना” चलाई गई है। इस योजना के तहत बच्चों को मुफ्त इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। इतना ही नहीं जरूरत होने पर उन्हें सरकारी खर्चे पर अहमदाबाद भेजकर ऑपरेशन भी कराया जाता है। इसी क्रम में मंगलवार को योजाना के तहत तीन बच्चों को आईजीआईएमएस पटना भेजा गया।
जिला योजना समन्वयक नागेंद्र कुमार केसरी ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिले के स्कूलों एवं आंगनवाड़ी में प्रतिदिन माइक्रो प्लान के आधार पर बच्चों की स्वास्थ्य जांच करने के लिए मोबाइल हेल्थ टीम भेजी जाती है। मोबाइल हेल्थ टीम के द्वारा जिले के बारुण, मदनपुर एवं गोह से एक-एक बच्चों को विशेष इलाज के लिए चिन्हित किया गया था जिन्हें आज एंबुलेंस की सुविधा देते हुए पटना भेजा गया है। विदित हो कि हार्ट की बीमारी जैसे गंभीर स्वास्थ्य समस्या से ग्रसित बच्चों के इलाज के लिए बिहार सरकार द्वारा मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के तहत सरकार द्वारा बच्चों को नि:शुल्क इलाज मुहैया कराई जाती है। वैसे अभिभावक जिनके बच्चे को ऐसी स्वास्थ्य समस्या है सीधे स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से संपर्क कर सकते हैं। इस क्रम में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की डिस्ट्रिक्ट कंसलटेंट नीलम रानी ने बताया कि भेजे जा रहे बच्चों का पटना में इको जांच किया जाएगा तदोपरांत चिकित्सीय उपचार के लिए अग्रतर अहमदाबाद स्थित श्री सत्य साईं अस्पताल भेजा जाएगा। इलाज एवं आने जाने की व्यवस्था सरकार द्वारा निःशुल्क की जाती है। जिले के लगभग तीस बच्चों को इस योजना का लाभ मिल चुका है। चार बच्चों का हृदय में छेद संबंधित ऑपरेशन भी हो चुका है।