(मिथिलेश कुमार)
अंबा (औरंगाबाद)। आवासीय विवेकानंद पब्लिक स्कूल नबीनगर रोड़ चिल्हकी मोड़ अंबा में गुरुवार को वेदांत के प्रख्यात अध्यात्मिक गुरु विवेकानंद की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के संस्थापक अशोक कुमार तथा संचालन लालचंद गुप्ता के द्वारा की गई। अशोक कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद का वास्तविक नाम नरेंद्रनाथ दत्त था। उनका जन्म कलकत्ता के बंगाली कायस्थ परिवार में हुआ था।
उनके गुरु रामकृष्ण परमहंस थे। वे अपने गुरु के विचारों से काफी प्रभावित थें। उनका मानना था कि सारे जीवों में परमात्मा का ही अस्तित्व है। इसलिए जरूरतमंदों की सेवा कर परमात्मा की भी सेवा की जा सकती है। अपने गुरु की मृत्यु के बाद स्वामी विवेकानंद ने भारतीय उपमहाद्वीप की यात्रा की और तत्कालीन स्थितियों के प्रत्यक्ष ज्ञान प्राप्त किया।
संयुक्त राज्य अमेरिका में आयोजित विश्व धर्म संसद में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने अमेरिका यूरोप इंग्लैंड में हिंदू दर्शन के सिद्धांतों का प्रसार किया। भारत में विवेकानंद को देशभक्त सन्यासी के रूप में माना जाता है और उनके जन्मदिवस को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दौरान विद्यालय में विवेकानंद के जीवनी पर भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें हर वर्ग के प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थीयों को पुरस्कृत किया गया।
जिसमें वर्ग नौ की सन्नू प्रिया वर्ग आठ की सुमन कुमारी वर्ग सात से अंबुज अनमोल वर्ग छः से विवेक कुमार वर्ग पांच से सूरज कुमार वर्ग चतुर्थी से अमित कुमार वर्ग तृतीय से सचिन कुमार वर्ग द्वितीय से अंकुश कुमार वर्ग प्रथम से आदर्श कुमार को सम्मानित एवं पुरस्कृत किया गया। इस दौरान राकेश सिंह, जयबिंद प्रसाद, कृष्णा प्रसाद, अजय कुमार, सिकंदर कुमार, रानी कुमारी, सुधा कुमारी, प्रीति कुमारी, इंदु देवी इत्यादि उपस्थित थे।