विविधशोक

नहीं रहे पूर्व मुखिया वह समाजसेवी डॉ. विनोद मेहता 

     – मिथिलेश कुमार

कुटुंबा(औरंगाबाद) ग्राम पंचायत पिपरा बगाही के पूर्व मुखिया एवं समाजसेवी डॉ. विनोद मेहता की असामयिक मृत्यु से प्रखंड क्षेत्र शोकाकुल है जिसने भी है खबर सुना हतप्रभ रह गया। परिजनों ने बताया कि रविवार को दोपहर में गोड़ियारपुर स्थित निवास स्थान पर बागवानी करने के बाद अपने पुत्र से मिलने खलारी गए थे। अचानक रात्रि में हार्ट अटैक आने के बाद स्थानीय हॉस्पिटल में इलाज करवाया गया परंतु डॉ. ने रांची रेफर कर दिया। रांची जाने के क्रम में रास्ते में ही उनकी मृत्यु हो गई।

अंतिम दर्शन एवं शवयात्रा यात्रा में शामिल हुए हजारों लोग : घटना की खबर जंगल के आग की तरह प्रखंड क्षेत्र में फैल गई। सुबह 5:00 बजे से ही गोड़ीयारपुर में हजारों लोगों की भीड़ जमा हो गई। जैसे ही डॉ. विनोद मेहता का पार्थिव शरीर सोमवार की सुबह 8:00 बजे घर पर पहुंचा। परिजनों, ग्रामीणों एवं उनके समर्थकों के हृदय विदारक चित्कार गूंज उठी। बुजुर्गों एवं महिलाओं ने प्रकृति के क्रूर काल चक्र को दोष देना शुरू कर दिया। दोपहर 1:00 बजे के बाद निकली शवयात्रा में हजारों लोगों ने भाग लिया और बतरे नदी के किनारे बेलदास घाट पर अंत्येष्टि क्रिया की गई।

राजनेताओं का लगा तांता : समाजसेवी व राजनेता डॉ विनोद मेहता के व्यक्तित्व का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनसे मृत्यु की खबर सुनते ही सभी राजनैतिक दलों के नेता अंतिम दर्शन को पहुंचे। अंतिम दर्शन के लिए विधायक राजेश राम, पंकज पासवान, ललन भुईयां, पूर्व विधायक सुरेश मेहता, प्रखंड प्रमुख धर्मेंद्र कुमार, वीरेंद्र मेहता, कांग्रेस जिला अध्यक्ष संजय सिंह, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष नीलम सिंह, रमाकांत पांडे,उपेंद्र सिंह, सतेंद्र सिंह, राम लगन वर्मा, डॉ वीरेंद्र मेहता, अजय वर्मा ,श्यामदेव मेहता, मुखिया रविंद्र यादव, मंजीत यादव, शमशेर आलम, पूर्व मुखिया असलम अंसारी, गुलाम सरवर, आदि सैकड़ों नेता उपस्थित हुए।

घाट पर पहुंचते ही फूट-फूट कर रोए विधायक : घटना की सूचना मिलते ही विधानसभा सचेतक एवं विधायक राजेश राम अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। घाट पर पहुंचते ही विधायक फूट-फूट कर रोने लगे। उन्होंने कहा कि पूर्व मुखिया व सक्रिय समाजसेवी डॉ. बिनोद मेहता जी का असामयिक निधन दुखद एवं स्तब्धकारी है। मैं उनके निधन पर अपनी गहरी शोक संवेदनाएँ व्यक्त करता हूं।

स्व. बिनोद मेहता जी मेरे भाई के सामान थे। उनसे मैं काफी स्नेह रखता था। उनकी कृति उनके नाम के साथ सदा जुड़ी रहेंगी। उनके निधन से वहां का स्थानीय समाज न सिर्फ अपना एक शुभ चिन्तक; बल्कि एक समाज-सेवक भी खो दिया है जिसकी क्षति-पूर्ति कर पाना बहुत मुश्किल है। विपदा की इस घड़ी में मैं स्व. मेहता जी के शोकाकुल परिवार के साथ हूं। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि उनकी आत्मा को चिर शांति प्रदान करें एवं उनके परिजनों व शुभचिंतकों को धैर्य धारण करने की शक्ति दें।

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