वज्रपात से सुरक्षित रहने के बताए जाएंगे ज़रूरी उपाय
औरंगाबाद। वज्रपात एवं ठनका से होने वाले मृत्यु से बचाव एवं रोक-थाम हेतु कार्य योजना के कार्यन्वयन हेतु औरंगाबाद जिला स्तर पर बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सदस्य पारस नाथ राय की अध्यक्षता में योजना भवन में बैठक का आयोजन किया गया जिसमें जिले में वज्रपात से होने वाली मृत्यु से बचाव एवं रोकथाम हेतु विस्तृत चर्चा कि गई। इस बैठक में जिलाधिकारी सह-अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सौरभ जोरवाल, पुलिस अधीक्षक कान्तेश कुमार मिश्रा, डीएफओ, अपर समाहर्ता, बालगोबिन्द चौधरी, उप विकास आयुक्त मंजु प्रसाद सदर एसडीएम विजयंत , एएसडीएम दाउदनगर, प्रियवंत, मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी औरंगाबाद, प्रभारी पदाधिकारी आपदा प्रबंधन शाखा, औरंगाबाद डॉ० फातेह फैयाज, निरज कुमार सिंह, वरीय सलाहकार बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण मणिकान्त, आपदा प्रबंधन प्रोफेशनल, डीडीएमए औरंगाबाद एवं नवीनगर ओबरा, कुटुम्बा औरंगाबाद, रफीगंज बारून, के अंचलाधिकारी पंचायतों के जनप्रतिनिधिगण एवं मुखिया तथा सभी लाईन डिपटमेंट के पदाधिकारी उपस्थित थे। उक्त बैठक में वज्रपात एवं ठनका से बचाव हेतु कार्य योजना के क्रियान्वयन के संबंध में जिला पदाधिकारी द्वारा यह बताया गया कि यह जिला वज्रपात की दृष्टिकोण से अति संवेदनशील है जिसमें मानसून सिजन के अलावा भी वज्रपात की घटनाए हुआ करती है। इसे रोकथाम के लिए समाज में जनजागरूकता अति आवश्यक है जिसको लेकर मई से जून माह तक हैंडबिल, पोस्टर बैनर, नुक्कड़ नाटक, रथ के परिचालन एवं माईकिंग के द्वारा लोगों के बिच एक मुहिम चलाया जाएगा जिस पर सदस्य बिहार राज्य आपदा प्रबंधन के द्वारा विभाग से राशि उपलब्ध एवं आवश्यक सहयोग प्रदान करने की बात कही गई तथा जिले में हो रहे अगलगी हिटस्ट्रोक, सूबने की घटनाओं को कैसे न्यून किया जाए। इस पर भी चर्चा कि गई। साथ ही सदस्य बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एवं जिला पदाधिकारी द्वारा जन प्रतिनिधियों को किसी भी आपदा से बचाव हेतु आगे आने व प्रशासन के साथ मिल कर कार्य करने की अपील की गई। इस कार्यशाला में वज्रपात से बचाव एवं रोकथाम पर निरज कुमार सिंह, वरीय सलाहकार, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, पटना द्वारा पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुतिकरण किया गया तथा वज्रपात एवं ठनका के बचाव एवं रोकथाम हेतु कार्य योजना पर मणिकान्त आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के द्वारा भी प्रस्तुतिकरण किया गया। अंत में कार्यशाला का समापन सदर एसडीएम विजयंत के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया।