मंदिर से जुड़े दुकानदारों समेत पुजारीयों में हुआ उत्साह का संचार
मगध हेडलाइंस: सदर (औरंगाबाद)। कोरोना के तीसरी लहर में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बिहार सरकार द्वारा धार्मिक संस्थान पर प्रतिबंध लगाएं गए थे लेकिन रविवार को सरकार की क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप ने बड़ा फैसला लेते हुए इन पर से प्रतिबंध हटा दिए है। ऐसे में औरंगाबाद जिले के विश्व प्रसिद्ध देव स्थित सूर्य मंदिर में पूजा-अर्चना को लेकर सोमवार सुबह से ही भक्त श्रद्धालु की लंबी कतारे देखने को मिली।
आपको बता दें की कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंध का असर लोगों के आस्था का केंद्र इस मंदिर पर पड़ा रहा था। प्रतिबंध के चलते भक्त श्रद्धालु मंदिर नहीं जा पा रहे थे और न ही कोई धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा था। इसका असर भगवान भास्कर की नगरी देव मंदिर पर पड़़ रहा था जिसका आलम यह रहा कि इस मंदिर से जुड़े दुकानदार, पुजारी समाज सहित आम श्रद्धालु खासे प्रभावित रहे। उन्हें इस दौरान विभिन्न आर्थिक समस्याओं से जूझना पड़ा।
गौरतलब है कि कोरोना की तीसरी लहर शुरू होने के बाद यह सख्ती बढ़ा दी गई थी। गत छह जनवरी से धार्मिक संस्थान बंद कर दिए गए थे। सरकार की ओर से जारी गाइड लाइन के बाद श्रद्धालुओं के लिए देव मंदिर का पट बंद कर दिया गया था जिससे भक्तों में निराशा की स्थिति थी। इस दौरान केवल पुजारी ही मंदिर की पूजा कर रहे थे। लेकिन मंदिर का पट श्रद्धालुओं के लिए खोलने की इजाजत मिलने के बाद यहां उत्साह की स्थिति देखी गई। धार्मिक संस्थान खुलने की सूचना मिलते ही इस मंदिर से जुड़े दुकानदार, पुजारी समाज सहित आम श्रद्धालुओं में मानो उत्साह का संचार हो गया है।
मंदिर के प्रधान पुजारी ने बताया कि उन्हें औपचारिक रूप से नियमों का पालन करते हुए मंदिर को खोलने का आदेश फिलहाल मिला है।