
मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। जिला परिषद क्षेत्र संख्या – 06 के प्रतिनिधि श्याम सुंदर को फोन पर गालियां, मारपीट गाड़ी तोड़फोड़ व देख लेने की धमकी का मामला सामने आया है। इस संबध के एक ऑडियो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है। श्याम सुंदर ने बताया कि जिस तरह से टिकारी में जातीय माहौल देखने को मिल रहा है और मोकामा में दुलारचंद यादव के हत्या सत्ता संरक्षित अपराधियों द्वारा की गई है, मुझे आशंका है कि मेरे बढ़ते राजनीतिक प्रभाव को लेकर कहीं हमारी भी हत्या हो सकती है। उन्होंने जिला प्रशासन से आरोपी के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
दरअसल, मामला गया जिले के टिकारी विधायक सह एनडीए समर्थित हम (लोकतांत्रिक) प्रत्याशी डाॅ. अनिल कुमार शर्मा से जुड़ा हुआ है। बीते बुधवार को जन-संपर्क के दौरान कुछ नाराज लोगों ने विधायक पर पत्थरबाजी की थी जिसमें वह जख्मी हुए थे। इस संबध में श्याम सुंदर ने बताया कि एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते घटना को लेकर सोशल मीडिया (फेसबुक) के माध्यम से “घटना” की निंदा की थी और कहा – विद्यायक को हमले का श्वेत पत्र जारी किया करना चाहिए। हेल्थ बुलेटिन सार्वजनिक करना चाहिए। क्योंकि विधायक के द्वारा घटना से जोड़ कर जिस तरह से मीडिया के सामने एक जाति विशेष को टारगेट किया गया और घटना का जिम्मेदार बताया, यह गलत है। एक विधायक होने के नाते उन्हें घटना के विपरीत ऐसी भावना या शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए था जिससे समाज में अशांति पैदा हो। हमने पूछा कि विद्यायक को अस्पताल कब लाया गया। घाव का स्वरूप और गंभीरता कितनी है। हीमोग्लोबिन कितना है। खून का कितना रिसाव हुआ। क्या ब्लड ट्रांसफ्यूजन की ज़रूरत पड़ी। उनकी हड्डियों की क्या स्थिति है। एक्स-रे रिपोर्ट क्या कहती है। उन्हें अस्पताल में कितने दिन रहना होगा, अगर अस्पताल से छुट्टी मिली तो क्यों मिली।
इस पर, गुरुवार की शाम बंदेया थानाक्षेत्र के मलहद गांव निवासी मनोज शर्मा नाम का एक व्यक्ति ने फोन किया और फेसबुक पोस्ट का विरोध करते हुए हमारे साथ मारपीट व गाड़ी तोड़ फोड़ करने की धमकी दी है। उसने खुद को विधायक डॉ अनिल कुमार शर्मा का समर्थक बताते हुए कहा – यदि आप मलहद गांव आयेंगे आपकी गाड़ी तोड़ दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि इस तरह के लोग चुनाव में जातीय रंग देना चाह रहे है। यह जिला प्रशासन के निष्पक्ष और भयमुक्त चुनाव दावे के लिए बड़ी बाधक है। ऐसे लोगों पर अविलंब कार्रवाई होनी चाहिए। इस संबंध में उन्होंने बंदेया थाना को सूचना दी है और मामले से अवगत करवाया है। हालांकि, इस संबध में द्वितीय पक्ष से बातचीत नहीं हो सकी है। इस लिए उनका पक्ष नहीं रखा जा सका है।















