मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। नगर थाना की पुलिस ने आभूषण दुकान लूटकांड का उद्भेदन कर लिया है। लूटकांड में एक आरोपित को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही एक अवैध हथियार बरामद किया गया है। जबकि लूटकांड की ज़ेवर बरामद अब तक अप्राप्त है। हालांकि पूछताछ में आरोपी ने लूटकांड के कई राज खोले हैं। यह मामला थाना क्षेत्र के सतेंद्र नगर अंतर्गत मां दुर्गा ज़ेवर दुकान की हैं जिसमें 6 जून को बड़ी लूटकांड की वारदात को तीन अज्ञात बंदूकधारी अपराधियों ने अंजाम दिया था। पकड़े गए आरोपी की पहचान झारखंड प्रदेश के गढ़वा थाना क्षेत्र की भावनाथपुर गांव निवासी रूपेश विश्वकर्मा के रूप में की गई है।
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक स्वप्ना गौतम मेश्राम के निर्देश पर सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी स्वीटी सहरावत के नेतृत्व में नगर थानाध्यक्ष एसबी शरण व अपर थानाध्यक्ष राम इकबाल यादव समेत अन्य सशस्त्र बलों के द्वारा की गई। पूछताछ के क्रम में आरोपी ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की हैं।
थानाध्यक्ष एसबी बिहारी शरण ने बताया कि 6 जून को शहर के सतेंद्र नगर के मां दुर्गा ज़ेवर दुकान में हथियार के बल पर तीन अज्ञात बंदूकधारी अपराधियों ने दिनदहाड़े लूटकांड की घटना को अंजाम दिया था जिसमें कांड की उद्भेदन को लेकर एक विशेष टीम का गठन किया गया था जिसमें तकनीकी एवं उपयुक्त साक्ष्यों के आधार पर कांड का सफल उद्भेदन कर लिया गया है। मामले एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया जिससे पूछताछ में उसने अपनी संलिप्तता स्वीकार की हैं। वहीं कांड के अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी को लेकर निशानदेही के आधार पर छानबीन की जा रही हैं।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 में थाना क्षेत्र में ही एक लूटकांड की घटना घटित हुई थी जिसमें पकड़े गए अभियुक्त के किराए की मकान से अवैध हथियार बरामद हुआ था। उन्होंने बताया कि पकड़े गए अभियुक्त के बारे में जानकारी मिली थी की यह रांची के रातु थाना अंतर्गत एक किराए की मकान में रह रहा है जिसके आलोक में पुलिस गई थी लेकिन वहां से यह भाग निकला और नगर थाना क्षेत्र के ही रामाबाध से शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया। इसके पास से अवैध हथियार भी बरामद किया गया है। फिलहाल मामले की छानबीन की जा रही हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक व्यावसाई विकास कुमार के द्वारा लूट का विरोध करने पर बदमाशों ने उसके सर पर पिस्टल के बट से मारकर जख्मी कर दिया। वहीं लूटकांड को अंजाम देकर भाग रहे अपराधियों को व्यवसायी ने जब पीछा करने की कोशिश की तो अपराधियों ने पिस्टल दिखाकर डरा दिया जिसके बाद लुटेरे हाईवे की ओर निकल गए थे। इस घटना में व्यवसायी के अनुसार करीब 40 लाख रूपयों की गहनों का लूट हुआ था।